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योगी आदित्यनाथ की अयोध्या यात्रा के निहितार्थ

– डॉ. दिलीप अग्निहोत्री

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नगर निगम चुनाव की दृष्टि से अनेक क्षेत्रों में जनसभा कर रहे हैं। वह स्थानीय मुद्दों के साथ ही प्रदेश मे विकास और कानून व्यवस्था का उल्लेख करते हैं। इस क्रम में उनकी अयोध्या यात्रा का व्यापक महत्व है। छह वर्ष पहले तक अयोध्या उदास और उपेक्षित थी। विदेशी आक्रांताओं ने यहां विध्वंस किया। आजादी के बाद अपने को सेक्युलर बताने वाली सरकारों को काशी, मथुरा और अयोध्या का नाम लेने में झिझक होती थी। यहां पर्यटन के अनुरूप विकास करने में संकोच होता था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ ने इस धारणा को बदल दिया। केवल अस्था ही नहीं तीर्थाटन और पर्यटन की दृष्टि से तीर्थ नगरों का विश्व स्तरीय विकास शुरू किया गया। योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू किए गए दीपोत्सव से अयोध्या की उदासी का अंधेरा छंटने लगा। सैकड़ों वर्षों की श्री रामलीला परम्परा मे नया अध्याय जुड़ा। श्री राम, जानकी, हनुमान जी, और लक्ष्मण का अभिनय करने वाले प्रतीकात्मक पुष्पक विमान से आते हैं। प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री उनका अभिनन्दन करते है। आरती उतारते हैं।


अवधपुरी प्रभु आवत जानी। भई सकल सोभा कै खानी॥
बहइ सुहावन त्रिबिध समीरा। भइ सरजू अति निर्मल नीरा॥

फिर जन्मभूमि पर मन्दिर निर्माण का समय भी आ गया। दूसरी तरफ श्री राममंदिर निर्माण को रुकवाने के लिए जमीन आसमान करने वाले लोग भी थे। अब मन्दिर निर्माण का कार्य प्रगति पर है। इसके साथ ही हजारों करोड़ रुपये की योजनाएं क्रियान्वित हो रही हैं। मेडिकल कालेज, इंटरनेशनल एयर पोर्ट बन रहा है। अयोध्या की उदासी दूर हुई। उत्साह, उमंग का वातावरण बना। इसकी अभिव्यक्ति दीप जला कर की गई। इसी के साथ एक सन्देश भी निर्मित हो गया। तमसो मा ज्योतिर्गमय अर्थात अंधेरे से ज्योति की ओर बढ़ने का प्रतीक बन गया। दूसरा सन्देश असत्य पर सत्य की जीत का था। कार्तिक मास की गहन अंधकार वाली अमावस्या की रात्रि अयोध्या दीयों की रोशनी से नहा गई थी। दीपावली दीपों का पर्व भारतीय पहचान और अस्मिता से जुड़ गया।

अयोध्या को विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। हजारों करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का क्रियान्वयन चल रहा है। इसमें मूलभूत सुविधाओं का विकास, ढांचागत निर्माण कार्य, शिक्षा स्वास्थ्य, सड़क कनेक्टिविटी आदि सभी क्षेत्र शामिल है। अयोध्या के मास्टर प्लान में सभी विकास परियोजनाओं को शामिल किया गया है। इसमें पुरातत्व महत्व के मंदिरों और परिसरों का जीर्णोद्धार व सौंदर्यकरण शामिल है।

बीस हजार करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में क्रूज पर्यटन परियोजना, राम की पैड़ी परियोजना, रामायण आध्यात्मिक वन, सरयू नदी आइकॉनिक ब्रिज, प्रतिष्ठित संरचना का विकास पर्यटन सर्किट का विकास, ब्रांडिंग अयोध्या, चौरासी कोसी परिक्रमा के भीतर दो सौ आठ विरासत परिसरों का जीर्णोद्धार, सरयू उत्तर किनारे का विकास आदि शामिल हैं।

इसके साथ ही अयोध्या को आधुनिक स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसित किया जा रहा है। सरकार ने सैकड़ों पर्यटकों के सुझाव के बाद एक विजन डॉक्यूमेंट भी तैयार किया है।अयोध्या के विकास की परिकल्पना एक आध्यात्मिक केंद्र, वैश्विक पर्यटन हब और एक स्थायी स्मार्ट सिटी के रूप में की जा रही है। कनेक्टिविटी में सुधार के प्रयास जारी है। इनमें एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन के विस्तार, बस स्टेशन, सड़कों और राजमार्गों व ढांचा परियोजनाओं का निर्माण शामिल है।

ग्रीनफील्ड टाउनशिप भी प्रस्तावित है। इसमें तीर्थयात्रियों के ठहरने की सुविधा, आश्रमों के लिए जगह, मठ, होटल, विभिन्न राज्यों के भवन आदि शामिल हैं। अयोध्या में पर्यटक सुविधा केंद्र व विश्वस्तरीय संग्रहालय बेजोड़ होगा। सरयू के घाटों का विकास हो रहा है। ग्रीनफील्ड सिटी योजना, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, सरयू तट पट विकास, पैंसठ किमी लंबी रिंग रोड, पर्यटन केंद्र, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग विकास आदि से अयोध्या की तस्वीर बदल जाएगी।

योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अयोध्या के आसपास संचालित लगभग दो हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं कार्य चल रहा है। पहले जो लोग अयोध्या का नाम लेने व आने में कतराते थे। आज उनमें अयोध्या आने की होड़ है। हर व्यक्ति देखना चाहता है कि आखिर अयोध्या में क्या है। प्रधानमंत्री मोदी ने राम जन्मभूमि मुक्ति के इस अभियान को जो स्वरूप दिया है उसका परिणाम है कि इस वर्ष के अंत तक राम मंदिर के भव्य मंदिर निर्माण का काम पूरा होगा। तब अयोध्या दुनिया की सुंदरतम नगरी में से एक होगी। योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या को नगर निगम के रूप में मान्यता प्रदान की थी। अयोध्या देश की पहली सोलर सिटी बनने वाली है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सूर्यवंश की राजधानी है तो सोलर एनर्जी का प्रयोग होगा।

समाजवादी पार्टी सरकार ने पहला फैसला रामजन्म भूमि पर हमला करने वालों से मुकदमा वापस लेने का कुत्सित प्रयास किया था। किन्तु उच्च न्यायालय ने समाजवादी पार्टी की इस मंशा को पूरा नहीं होने दिया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या की सड़कें चौड़ी हो रही हैं। अभी तो कष्ट हो रहा होगा पर इस वर्ष के अंत तक जब काम हो जाएगा, ये सड़कें देश मे सर्वश्रेष्ठ होंगी।

(लेखक, स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं।)

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