इंदौर, प्रदीप मिश्रा। शराब के नशे ने हमेशा की तरह एक बार फिर एक और परिवार को इस कदर तबाह कर दिया कि पति-पत्नी के रिश्ते का दर्दनाक अंत देखकर मौजूद लोगों का कलेजा तक कांप गया। नशे की लत ने न सिर्फ पति-पत्नी के रिश्ते को तार -तार किया, बल्कि दम्पति की जिंदगी और मौत को भी शर्मसार कर दिया। कल पति के होते भी लावारिसों की तरह उसके सामने उसकी पत्नी का अंतिम संस्कार करना पड़ा।
सोमवार को एमवाय हॉस्पिटल के पीछे पोस्टमार्टम बिल्डिंग से लेकर जूनी इंदौर मुक्तिधाम तक पुलिस स्टाफ और संस्था महाकाल के सदस्यों के अलावा मौजूद कई लोग दोपहर से लेकर शाम तक इंसानियत को झंझोड़ देने वाला यह शर्मनाक नजारा देखते रहे। उधर, महिला का पोस्टमार्टम चल रहा था और इधर सबसे नजरें बचाकर उसका शराबी पति अचानक गायब हो गया। लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करने वाले महाकाल संस्था सदस्य पंडित जय्यू जोशी, करीम पठान, सुरेश मोरे, फिरोज पठान उसे ढूंढते रहे, मगर वह कहीं नहीं मिला।
इलाज के लिए पड़ोसियों ने ही कराया भर्ती
एमवाय हॉस्पिटल के रिकार्ड के अनुसार 4 मार्च को 51 नंबर स्कीम आईडीए मल्टी के पास निवासी रतिबाई (51) पति धनीराम ढिमरे को उसके पड़ोसियों ने ही भर्ती कराया था। गंभीर बीमारी के चलते इसका हॉस्पिटल की 5वीं मंजिल पर 27 नंबर वार्ड में इलाज चल रहा था। 9 मार्च की रात लगभग 12 बजे रतिबाई की मृत्यु हो गई।
पत्नी के शव के ऊपर ही बैठ गया पति
आखिरकार पोस्टमार्टम होने के बहुत देर बाद जब वह लौटा तो नशे में इस कदर धुत था कि पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर स्ट्रेचर पर रखी पत्नी के शव पर ही बैठ गया। महाकाल संस्था वालों ने जैसे-तैसे उसे संभाला तो फिर वह पत्नी के शव से लिपटकर रोने लगा। इसके बाद वह जो सोया तो शव वाहन से लेकर मुक्तिधाम में पत्नी का अंतिम संस्कार करने के लिए भी नहीं उठ सका।
चिता को आग लगाते ही फिर भाग गया
उसके हाथों उसकी पत्नी का अंतिम संस्कार कराने के लिए उसे नींबू खिलाया तो कभी पानी के खूब छींटे मारे कि किसी भी जतन से वह होश में आ जाए, मगर उस पर कोई असर नहीं हुआ। आखिरकार जब वाटर आरओ से 4 बाल्टी ठंडा पानी भरकर उसके सिर पर डाला, फिर जैसे -तैसे उठाकर उससे पत्नी की चिता को अग्निदाह कराया गया। पत्नी की चिता को अग्नि देते ही वह फिर मुक्तिधाम से गायब हो गया। अंतिम संस्कार करने वाले महाकाल संस्था के सदस्य उसे मुक्तिधाम के कागज देने के लिए ढूंढते रहे, मगर वह नहीं मिला।
पोस्टमार्टम वालों ने अंतिम संस्कार के लिए बुलाया
इलाज से लेकर मृत्यु होने तक परिवार का कोई भी सदस्य नहीं होने के कारण मृत्यु की सूचना संबंधित पुलिस स्टेशन को दी गई। नियमानुसार पोस्टमार्टम किया गया। शराबी पति की कंगाली देखने के बाद पीएम करने वालों ने महाकाल संस्था के सदस्यों से सम्पर्क कर बताया कि मृतका भले ही लावारिस नहीं है, मगर इसके पति के पास अंतिम संस्कार करने की भी हैसियत नहीं है। इसलिए अंतिम संस्कार की सम्पूर्ण व्यवस्था आपको ही करना है। इसके बाद संस्था सदस्यों ने मृतका के शव को न सिर्फ कंधा दिया, बल्कि शव वाहन से मुक्तिधाम ले जाकर उसके अंतिम संस्कार की सम्पूर्ण व्यवस्था भी की।
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