नई दिल्ली: रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) और श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने मीरपुर टेस्ट के चौथे दिन भारत को यादगार जीत दिलाई. दोनों ने बांग्लादेश (India vs Bangladesh) के खिलाफ सीरीज के दूसरे और आखिरी टेस्ट मैच की दूसरी पारी में आठवें विकेट के लिए 71 रन की अटूट साझेदारी कर भारत को 3 विकेट से जीत दिला दी. भारत ने 2 मैचों की टेस्ट सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली. इस दौरान अश्विन और श्रेयस ने 90 साल बाद भारत का पुराना टेस्ट इतिहास भी दोहरा दिया. अब ये भारतीय टेस्ट इतिहास भला है क्या? हम आपको बताते हैं.
दरअसल, मीरपुर टेस्ट मैच में भारत ने एक समय 74 रन पर अपने 7 विकेट गंवा दिए थे. इसके बाद नजरें आर अश्विन और श्रेयस अय्यर पर टिक गई थी. दोनों पर टीम इंडिया को मुश्किल से उबारने की जिम्मेदारी थी. हालांकि अश्विन और श्रेयस ने भारतीय फैंस को निराश नहीं किया और उन्होंने बेहतरीन पारी खेलकर टीम को ना केवल हार से बचाया बल्कि सीरीज में भी क्लीन स्वीप का स्वाद चखाया.
दोनों ने 8वें विकेट पर 71 रन की साझेदारी की. भारतीय टेस्ट के इतिहास में चौथी पारी में आठवें विकेट के लिए यह दूसरी सर्वश्रेष्ठ साझेदारी है. इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर कपिल देव और एल शिवरामाकृष्णन की जोड़ी है. दोनों ने साल 1985 में कोलंबो टेस्ट मैच मे मेजबान श्रीलंका के खिलाफ 70 रन जोड़ थे.
लाल सिंह और अमर सिंह ने लॉर्ड्स में की थी 74 रन की साझेदारी
इससे पहले साल 1932 में लॉर्ड्स के ऐतहासिक मैदान पर भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था. तब भारत की ओर से चौथी पारी में लाल सिंह और अमर सिंह की जोड़ी ने आठवें विकेट लिए 74 रन जोड़े थे. इस टेस्ट मैच में भारत की पहली पारी 189 रन पर ढेर हो गई थी जबकि दूसरी पारी में टीम इंडिया 187 रन पर सिमट गई. इंग्लैंड ने पहली पारी में 259 रन बनाए थे जबकि दूसरी पारी 8 विकेट पर 275 रन पर घोषित की थी. हालांकि इस टेस्ट मैच में भारत को 158 रन से हार मिली थी.
अश्विन ने 63 गेंदों पर खेली नाबाद 42 रन की पारी
मीरपुर में टेस्ट में रिजल्ट भारत के पक्ष में रहा. भारत ने 145 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 7 विकेट खोकर जीत दर्ज कर ली. अश्विन ने 62 गेंदों पर नाबाद 42 रन बनाए जबकि श्रेयस अय्यर 46 गेंदों पर 29 रन बनाकर नाबाद लौटे. इस जीत से टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के एक कदम करीब पहुंच गई है.