नई दिल्ली: भारत वित्त वर्ष 28 तक जर्मनी और जापान को पछाड़कर दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है. द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के वर्ल्ड इकोनॉमिक डाटाबेस के हवाले से यह बात कही गई है. यूएस और चीन शीर्ष 2 अर्थव्यवस्थाएं बनी रहेंगी. हाल ही में यूके को हटाकर भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना था.
कैपिटल इकोनॉमिक्स की एक रिपोर्ट में उसके बाद भी इस बात का जिक्र किया गया था कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है. हालांकि, उस रिपोर्ट में कहा गया था कि यह उपलब्धि भारत 2030 में हासिल करेगा. भारत सभी उभरती अर्थव्यवस्थाओं का अग्रणी होगा जिनकी अगले एक दशक में कुल वैश्विक जीडीपी में आधी हिस्सेदारी होगी. रिपोर्ट के मुताबिक, महामारी और युद्ध के कारण उपजी महंगाई ने अधिकांश विकसित अर्थव्यवस्थाओं को पीछे धकेल दिया है और इनमें ग्रोथ की संभावना काफी कम है.
भारत की रफ्तार बेहतर
ऐसा नहीं है कि वैश्विक परिस्थितियों ने भारत को प्रभावित नहीं किया है. कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी व वित्तीय संस्थानों ने भारत की ग्रोथ रेट को पहले से घटा दिया है. इसमें आईएमएफ की हालिया प्रोजेक्शन भी शामिल है. इसके बावजूद भारत इस साल और अगले साल सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा.
आईएमएफ के अनुसार, भारत 2022 में 6.8 और 2023 में 6.1 फीसदी की दर से वृद्धि करेगा. द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की वृद्धि को भी धक्का लगा है लेकिन इसकी गति फिर भी ठीक बनी रहने की उम्मीद है. अन्य कई करेंसी के मुकाबले रुपये में हुई गिरावट काफी कम है.
महंगाई आसमान पर नहीं
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में महंगाई अभी आसमान नहीं छू रही है. चालू खाता घाटा अधिक है लेकिन आने वाले कुछ समय में इसमें भी कमी आने की उम्मीद है. देश की वित्तीय स्थिति दुरुस्त है. बैंक मजबूत हुए हैं और क्रेडिट में वृद्धि दर्ज की गई है. आईएमएफ के अनुसार, भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 2,520 डॉलर (2.07 लाख रुपये) है.
वैश्विक चुनौतियों के बावजूद तेजी से बढ़ रहा भारत
आईएमएफ और विश्व बैंक की बैठक में शामिल होने यूएस गईं देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मजूबत आर्थिक स्थिति को लेकर कहा कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत उन चुनिंदा देशों में से है जो शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने आईएमएफ के ही अनुमान का जिक्र करते हुए कहा कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा.