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भारतीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा- New Variant हो सकता है कम घातक, उच्च संक्रामकता चिंता का विषय

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामलों की संख्या भारत में 100 को पार कर गई है। इस बीच भारतीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि नया वैरिएंट कम घातक हो सकता है लेकिन इसकी उच्च संक्रामकता दर चिंता खड़ी कर सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने देश को कोरोना की दूसरी लहर की तरह ही सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने बूस्टर डोज लगवाने पर भी जोर दिया है और लोगों को कोरोना संबंधी निर्देशों का पालन करने के लिए कहा है। विशेषज्ञों ने जोर दिया कि प्रशासन को इस समय पैनी नजर रखनी होगी और जरूरत पड़ने पर तत्काल कदम उठाने होंगे।

पीएसआरआई हॉस्पिटल के क्रिटिकल केयर एंड स्लीप मेडिसिन के पल्मोनोलॉजी के चेयरमैन डॉ. जीसी खिलनानी ने कहा, हमने देखा है कि कोविड-19 पश्चिमी यूरोप में फैलने के 3-4 महीनों के बाद भारत में फैलता है। इसलिए हमें कोरोना की दूसरी लहर के समय की तरह ही सतर्क रहना होगा। समय के साथ वैक्सीनेशन से मिली प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है। इस समय हमने कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को बूस्टर डोज लगवाने के लिए कहा है।

उन्होंने आगे कहा, अभी तक के सबूतों के आधार पर पता चलता है कि नया वैरिएंट कई गुना तेज गति से फैल रहा है लेकिन भारत में इसके मामलों में लक्षण मध्यम हैं। महावीर मेडिकल कॉलेज और सफदरजंग हॉस्पिटल में गायनाकोलॉजी वर्धमा और ओबेस्ट्रेटिक्स विभाग में कोरोना की नोडल ऑफिसर और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शीबा मारवा ने एएनआई को बताया, हालांकि इस वैरिएंट में लक्षण पहले की तुलना में कमजोर पाए गए हैं लेकिन लगभग 70 गुना तेजी से संक्रमण फैलना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि दो डोज लगवा चुके लोगों को भी शिकार बनाने की इसकी क्षमता को देखते हुए लगता है कि तीसरी लहर आ सकती है।


चार निजी अस्पतालों में भी होगा ओमिक्रॉन का इलाज
ओमिक्रॉन वैरिएंट संक्रमित व्यक्ति के इलाज के लिए दिल्ली सरकार ने चार निजी अस्पतालों की लिस्ट जारी की है। ये अस्पताल मैक्स अस्पताल (साकेत), सर गंगाराम अस्पताल, फोर्टिस अस्पताल (वसंत कुंज) और बत्रा अस्पताल (तुगलकाबाद) हैं। फिलहाल एलएनजेपी अस्पताल में ओमिक्रॉन संक्रमितों का इलाज हो रहा है। नए अस्पतालों के साथ दिल्ली में कुल पांच अस्पतालों में ओमिक्रॉन के मरीजों का इलाज हो सकेगा।

शुक्रवार को ओमिक्रॉन के 12 नए मामले मिले
राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट धीमी गति से बढ़ने के बीच दुकानदारों की घटती संख्या से व्यापारी परेशान नहीं हैं क्योंकि वे महामारी की तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयार हैं। दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के 12 और मामले मिले हैं, जिसके साथ दिल्ली में इनकी संख्या 22 हो गई है। एक अधिकारी ने बताया कि इनमें से ज्यादातर लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं और वे एसिम्प्टोमेटिक हैं।

तीसरी लहर के लिए दिल्ली के व्यापारी भी तैयार
चांदनी चौक व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय भार्गव ने पीटीआई को बताया कि फिलहाल वे नजर रखे हुए हैं और इंतजार कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने प्रशासन से क्षेत्र में पुलिस का पहरा बढ़ाने का आग्रह किया है, जिससे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराया जा सके। ज्यादातर हॉकर और भिखारी इनका पालन नहीं करते हैं।


उन्होंने कहा कि लोगों की संख्या कम हुई है। हालांकि मार्केट एसोसिएशन जल्द ही इलाके के दुकानदारों को दुकानों में कोरोना नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए अधिसूचना भेजेगा। नेशनल दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल भार्गव ने कहा कि क्नॉट प्लेस पर हालांकि भीड़ और सघन क्षेत्र के जोखिम वाला क्षेत्र छोटा है लेकिन उन्होंने पहले ही सभी व्यापारियों को सर्कुलर भेज दिया है।

अस्पतालों को विभिन्न पदों पर अतिरिक्त भर्तियां करने का आदेश
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को कहा था कि विदेश से आकर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरने वाले कई यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट का अभी तक सामुदायिक संक्रमण नहीं हुआ है और स्थिति नियंत्रण में है।

ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार शाम आदेश जारी कर अस्पतालों को 31 मार्च तक अनुबंध पर या भर्ती एजेंसियों के माध्यम से क्षमता से 25 प्रतिशत ज्यादा मानव संसाधन बढ़ाने का आदेश दिया है। इनमें डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स, सैनिटेशन और सुरक्षा स्टाफ के पदों पर भर्तियां करनी हैं।

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