मजाक या सुविधा… क्यूआर कोड से शराब खरीदने से पहले ढूंढना होंगे कई विकल्प
क्या विभाग नशे में हैं…
इंदौर, विकाससिंह राठौर।
आबकारी विभाग (Excise Department) द्वारा मंगलवार से प्रदेश में एक नई व्यवस्था लागू की है। दुकानदार (Shopkeeper) शराब (Liquor) की ज्यादा या कम कीमत न ले सकें, इसलिए अब दुकानों पर क्यूआर कोड (QR code) लगाए गए हैं, जिसे स्कैन करने बाद आप शराब की कीमत जान सकेंगे। लेकिन इस कीमत को जानने के लिए इतने विकल्प चुनना पड़ेंगे कि शराब की बोतल खरीदने से पहले ही पियक्कड़ों के नशे उड़ जाएंगे।
आसान नहीं है कोड से कीमत पता करना
आबकारी विभाग ने जो क्यूआर कोड तैयार किया है, जिसे हर शराब दुकान पर लगाना जरूरी है, उससे शराब की कीमत पता करना आसान नहीं है। इसके लिए सबसे पहले तो आपके पास स्मार्टफोन, उसमें इंटरनेट कनेक्शन और साथ में अंग्रेजी का ज्ञान होना सबसे ज्यादा जरूरी है। इसके बाद जब आप क्यूआर कोड को स्कैन करते हैं तो ईआबकारी.एमपी.जीओवी.ईन का पेज खुलता है। इसमें सबसे पहले आपको मटेरियल ग्रुप में सिलेक्ट करना है कि आपको कौन सी शराब चाहिए, जैसे देसी, विदेशी या बियर। इसके बाद अगर आपने विदेशी चुना तो 12 विकल्प आ जाएंगे, जिनमें ब्रांडी, जीन, रम, टकिला, वोद्का, व्हिस्की और वाइन जैसे कई नाम शामिल हैं। इसके बाद आप जो भी कैटेगरी चुनते हैं उसमें उपलब्ध सभी शराब के नाम आ जाएंगे। इसमें आपको अपनी पसंदीदा शराब को चुनना है। तब जाकर आपको उसके मिनिएचर (90 एमएल), क्वार्टर (180 एमएल), हाफ (375 एमएल) और बॉटल (750 एमएल) की कीमत की सूची नजर आएगी। शराब का नशा करने के बजाय इतनी लंबी प्रक्रिया पहले से नशा उतारने से कम नहीं है।
लोगों की शिकायत थी कि रेट लिस्ट में कई ब्रांड शामिल नहीं
लोगों की शिकायत थी कि अकसर दुकानदार तय कीमत से ज्यादा या कम पर शराब बेचते हैं। दुकानों पर लगी रेट लिस्ट में अकसर सभी ब्रांड के रेट शामिल नहीं होते हैं। इसलिए लोगों की सुविधा के लिए यह क्यूआर कोड दुकानों पर लगाए गए हैं। यह सही है कि कीमत पता करने का सबसे आसान तरीका बॉटल पर एमआरपी और एमएसपी देखना है, लेकिन क्यूआर कोड से लोग अब घर बैठे भी कीमत का पता लगा सकेंगे।
– अभिषेक तिवारी, सहायक आबकारी आयुक्त, इंदौर
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