इंदौर न्यूज़ (Indore News)

इंदौर बनेगा स्टार्टअप राजधानी, ग्लोबल समिट भी होगी आयोजित

नई पॉलिसी शासन जल्द करेगा घोषित, फंडिंग की व्यवस्था भी होगी, शिवराज बोले – इंदौर की प्रतिभा का मैं हमेशा से कायल
इंदौर।  पहली बार इंदौर (Indore) में स्टार्टअप सम्मेलन (Startup Conference) का आयोजन गणतंत्र दिवस (Republic Day) के अवसर पर किया गया। इसमें 250 स्टार्टअप्स शामिल हुए, जो अधिकांश युवाओं (Youth) द्वारा किए गए। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर (Brilliant Convention Centre) में आयोजित इस सम्मेलन में मौजूद रहे और उन्होंने घोषणा की कि इंदौर को देश की स्टार्टअप राजधानी (Startup Rajdhani) बनाया जाएगा और ग्लोबल समिट (Global Summit) भी इसी को लेकर आयोजित की जाएगी। शासन द्वारा मदद के लिए वेंचर फंड की स्थापना के साथ ही शासन जल्द ही स्टार्टअप पॉलिसी भी घोषित करेगा, जिसमें इंदौर से मिले महत्वपूर्ण सुझावों को भी शामिल किया जाएगा। जमीन, वित्तीय सुविधाओं के साथ स्टार्टअप के लिए एक अलग मॉडल भी विकसित करेंगे। वहीं उन्होंने प्राधिकरण से भी कहा कि वह आईटी पार्क ( IT Park) जैसी स्टार्टअप के लिए भी कोई योजना बनाए, जहां पर युवा उद्यमियों को काम करने के लिए जगह उपलब्ध करवाई जा सके।


मुख्यमंत्री गणतंत्र दिवस समारोह के बाद ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर (Brilliant Convention Centre) पहुंचे, जहां युवा स्टार्टअप उद्यमियों के लिए स्टार्ट इन इंदौर कॉन्क्लेव (Indore Conclave) का आयोजन किया गया। जनप्रतिनिधियों के साथ संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा (Dr. Pawan Kumar Sharma), डॉ. निशांत खरे, कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) और बड़ी संख्या में स्टार्टअप उद्यमी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan)  ने कहा कि युवाओं में कार्य करने की असीम क्षमता है। दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं है। मनुष्य चाहे तो ब्रम्हाण्ड में भी कमाण्ड कर सकते हैं। जो वह सोच सकते हैं, वह सब कर भी सकते हैं। करो ऐसा कि दुनिया उसे देखती रह जाये और याद करे। मन में कुछ करने की तलब पैदा की जाए तो सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप की सफलता भी इन्हीं बातों पर निर्भर है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोकतंत्र की असली ताकत जनता है। आज आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के चार प्रमुख आयाम हैं, इनमें इन्फ्रास्ट्रक्चर, हेल्थ और एजुकेशन, गुड गवर्नेस, अर्थव्यवस्था और रोजगार। प्रदेश में तेजी से औद्योगिक निवेश भी बढ़ रहा है। नए औद्योगिक केंद्र भी बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर को स्टार्टअप ऑफ कैपिटल बनाया जाएगा। नये उद्योगों के लिये अलग-अलग क्षेत्रों में नवीन इंडस्ट्रीयल एरिया विकसित किये जा रहे हैं। सभी स्टार्टअप आगे बढ़े, यह राज्य शासन की मंशा है। इसके लिए राज्य शासन द्वारा पूरी मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के माध्यम से आए सुझावों को मूर्त रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप को मदद करने के लिए वेंचर फंड की स्थापना की जाएगी। इस संबंध में कारगर योजना बनाई जाएगी।


पहले आईटी पार्क की शुरुआत भी रही चुनौतीपूर्ण
मुख्यमंत्री (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan)ने अपने संबोधन में खंडवा रोड (Khandwa Road) स्थित इंदौर के पहले आईटी पार्क ( IT Park) का भी उल्लेख करते हुए कहा कि इसे शुरू करना भी अत्यंत चुनौतीपूर्ण रहा। उन्होंने कहा कि मनीष और पवन जैसे सफल ब्यूरोक्रेट जहां हमारे साथ हैं, तो दूसरी तरफ कुछ ऐसे ब्यूरोक्रेट भी रहे जिन्होंने काम को और अधिक उलझा दिया, जिसके चलते खंडवा रोड का आईटी पार्क सालों तक बिना उपयोग के ही खड़ा रहा और मुझे उसे शुरू करने में काफी मेहनत करना पड़ी। आज यह आईटी पार्क सफलता का सबसे बड़ा मॉडल है। उसके बाद इसी परिसर में अन्य आईटी बिल्डिंगें भी बनी और बड़ी संख्या में आईटी कम्पनियां आई और युवाओं को रोजगार भी मिल रहे हैं। इसी तर्ज पर अब स्टार्टअप के लिए भी एक वातावरण बनाना पड़ेगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. निशांत खरे ने कहा कि आज के आयोजन में 250 स्टार्टअप शामिल हुए, जो एक बड़ी उपलब्धि है। इंदौर में 300 उद्यमियों का एक फोरम बनाया गया है, जिसका यह पहला कार्यक्रम रहा। जल्द ही एक और महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा।


केन्द्र ने भी इंदौर के दो स्टार्टअप को किया सम्मानित
स्टार्टअप इंडिया अवॉर्ड-2021  (Startup India Award-2021) की घोषणा केन्द्र सरकार के वाणिज्य और उद्योगमंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने की और ऑनलाइन समारोह के दौरान इंदौर स्थित दो स्टार्टअप को सम्मानित भी किया गया। इसमें एनॉक्सी डिजिटल रनर्स प्रा.लि. भी शामिल रहा, जो ब्रांड और कम्पनियों को दूर दराज के इलाकों तक पहुंचाने में मदद करता है। दूसरा स्टार्टअप डॉट बॉक्स कॉन्सेप्शन प्रा.लि. (लूटेल) भी इंदौर का ही है। यशवंत और नीलम सिंह द्वारा स्थापित लूटेल सार्वजनिक शौचालय की एक आईओटी आधारित स्मार्ट टॉयलेट की अवधारणा है। उपयोगकर्ताओं को खाद्य और पेय बिलों पर अपने रेस्ट रूम कूपन को भुनाने की अनुमति मिलती है। स्मार्ट सिटी डवलपमेंट के सीईओ ऋषभ गुप्ता के मुताबिक इंदौर स्टार्टअप के लिए यह अच्छी खबर है। इन्क्यूबेशन सेंटर में फिलहाल 25 स्टार्टअप काम कर रहे हैं और विशेषज्ञों का लाभ देने के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ एमओयू भी साइन किए हैं, जिसके अच्छे परिणाम जल्द मिलना शुरू होंगे। राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने से अन्य स्थानीय स्टार्टअप को भी प्रेरणा मिलेगा और मध्यप्रदेश की रैंकिंग से इस कदम के जरिए सुधार भी होने की पूरी संभावना है।

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