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पाकिस्तान में चरम पर महंगाई! दूध 210, चावल 200 रुपये, टमाटर 160 रुपये किलो..

इस्लामाबाद (Islamabad)। आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan) की अवाम को शहबाज शरीफ सरकार (Shahbaz Sharif government) हर रोज एक नया झटका दे दे रही है. अभी पिछले दिनों ही एक बार फिर से बिजली की दरों में हुई बढ़ोतरी (hike in electricity rates) महंगाई से जूझ रही पाकिस्तानी जनता पर आफत बनकर गिरी है। अब पाकिस्तानी अवाम दिन गिन रही है कि कब शहबाज शरीफ सरकार का महंगाई बम (inflation bomb) उनके ऊपर फूटेगा और पाकिस्तान का पूरा सिस्टम धराशाई हो जाएगा. पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार (foreign exchange reserves) दो-ढाई अरब डॉलर तक गिर चुका है। आर्थिक संकट पर काबू पाने के लिए पाकिस्तान की सरकार इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) का मुंह देख रही है. लेकिन फिलहाल IMF ने एक अरब डॉलर के कर्ज देने पर चुप्पी साध ली है।


आटा-चावल की कीमतें आसमान पर
इधर पाकिस्तान में शहबाज सरकार अध्यादेश लाकर IMF की शर्तें मानने का दावा कर रही है. लेकिन पाकिस्तान के कटोरे में अभी तक भीख पड़ी नहीं है. लेकिन अवाम के बीच कोहराम मच गया है। आटे से लेकर दूध और चावल तक की कीमतें आसमान छू रही हैं. पाकिस्तान में आटा फिलहाल 120 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। चावल 200 रुपये किलो, आलू 70 रुपये किलो, टमाटर 130 रुपये किलो और पेट्रोल 250 रुपये लीटर बिक रहा है। लोग बेतहाशा बढ़ती महंगाई से परेशान हैं। हालात दिन पर दिन खराब होते जा रहे हैं। इस बीच दूध की कीमत अचानक 190 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 210 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। एक किलोग्राम चिकन जो कुछ दिन पहले 620-650 रुपये किलो मिल रहा था, अब उसकी कीमत बढ़कर 700-780 रुपये किलो हो गया है।

चायपत्ती की कीमतों में भी भारी उछाल आई है. पिछले एक हफ्ते के अंदर एक किलो चाय की कीमत में 500 रुपये की बढ़ोतरी देखी गई है. पाकिस्तान में सामान्य चाय पत्ती की कीमत बढ़कर 1600 रुपये किलो पहुंच गई है. क्योंकि सप्लाई बाधित है. दूसरे देशों से मंगाई गई चाय पत्ती की खेप बंदरगाह पर अटकी हुई है, क्योंकि पाकिस्तानी सरकार का खजाना खाली है और भुगतान नहीं होने की वजह से डिलीवरी नहीं हो पा रही है।

अभी और बढ़ेगी महंगाई
दरअसल, पाकिस्तान में IMF की ओर से मिलने वाले कर्ज का अभी कोई पता नहीं है. हुकूमत अध्यादेश लाकर बिजली, पेट्रोल, गैस सब महंगा करने वाली है. हकीकत तो ये है कि पाकिस्तानी जब रोटी के बिना तड़पने लगते हैं तो शहबाज सरकार गेहूं का इंतजाम करने दौड़ती है, जब रोटी मिल जाती है तो पेट्रोल खत्म होने लगता है. पेट्रोल का जुगाड़ होता है तो रसोई गैस खत्म होने लगती है, जब रसोई गैस का इंतजाम होता है तो बिजली गुल हो जाती है और जब बिजली बहाल की जाती है तो फिर फंड का अकाल पड़ जाता है।

फौज पर इमरान ने उठाए सवाल
उधर, शहबाज शरीफ और भुट्टो के खानदान को लुटेरों का खानदान बताने वाले इमरान खान ने अब पाकिस्तान की बदहाली के लिए फौज को जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया है, जिस जनरल बाजवा की तारीफों में इमरान खान कभी थकते नहीं थे. आज उसी बाजवा को पाकिस्तान की बदहाली का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

हर तरफ संकट की संकट
पाकिस्तानी मुद्रा (Pakistan Rupee) डॉलर के मुकाबले गिरकर 275 पर पहुंच गई है. यह ऑल टाइम लो लेवल है. खाने-पीने सहित सभी चीजों के दाम आसमान पर हैं. महंगाई (Inflation) बढ़कर 27 फीसदी से अधिक हो गई है. पाकिस्तान में महंगाई करीब 50 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है।

विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) 1998 के बाद अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया है. यह केवल 3 अरब डॉलर रह गया है. इससे पाकिस्तान एक महीने का आयात भी कवर नहीं कर पाएगा।

एक तरफ पाकिस्तान की माली हालत चरमरा रही है, पाकिस्तान की इकॉनोमी कभी भी बैंकक्रप्ट यानी दिवालिया हो सकती है. दूसरी ओर पाकिस्तान के अंदर गृह युद्ध के हालात बनते जा रहे हैं. अभी तक पाकिस्तान के नेता पाकिस्तानी फौज के डर से कुछ नहीं कहा करती थी. लेकिन अब पाकिस्तान की फौज पर भी सवाल उठने लगे हैं. नया विवाद इमरान खान और पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल बाजवा के बीच शुरू हुई जुबानी जंग से पैदा हुआ है।

अब रक्षा बजट कम करने की तैयारी
नकदी संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार तीन अरब डॉलर से भी कम रह गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कराची मिल्क रिटेलर्स एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी वहीद गद्दी ने कहा कि कुछ दुकानदार दूध को बढ़ी हुई कीमत पर बेच रहे हैं। ये दुकान थोक विक्रेताओं और डेयरी किसानों के हैं। उन्होंने कहा कि यदि डेयरी किसानों और थोक विक्रेताओं ने इसी बढ़ी हुई कीमत पर दूध को बेचना जारी रखा तो खुदरा विक्रेताओं को खरीद मूल्य में 27 रुपये प्रति लीटर अधिक देने होंगे। इसके बाद वो ग्राहकों से एक लीटर दूध के लिए 210 के बजाए 220 रुपये लेने को मजबूर होंगे।

पाकिस्तान में मुर्गे-मुर्गियों को खिलाया जाना वाला दाना काफी महंगा हो गया है। 50 किलो के एक दाने के बोरे के लिए 7,200 रुपये देने पड़ रहे हैं। इस कारण पाकिस्तान में चिकन महंगा होता जा रहा है।

बिजली महंगी, सब्सिडी समाप्त होगी
पाकिस्तान की आम जनता पर आने वाले दिन और मुश्किलें ही लेकर आने वाले हैं। आईएमएफ ने लोन देने को लेकर जो शर्तें रखी हैं, उनमें सब्सिडी खत्म करना भी शामिल है। आईएमएफ का कहना है कि पाकिस्तान सब्सिडी को कम करे और अपने राजस्व में बढ़ोतरी करे। आईएमएफ स्थायी राजस्व उपायों पर जोर दे रहा है, जिसमें जीएसटी को 17 से बढ़ाकर 18% करना, पेट्रोलियम तेल उत्पादों पर जीएसटी लगाना जैसे उपाय शामिल हैं।

रक्षा बजट में कटौती का सुझाव
वित्त मंत्रालय के एक शीर्ष सूत्र के अनुसार सरकार ने रक्षा मंत्रालय से रक्षा बजट में 10-15 फीसदी की कटौती करने की आईएमएफ की शर्त के बारे में चर्चा की है। रक्षा मंत्रालय ने सेना के सामान्य मुख्यालय (जीएचक्यू) के सुझाव से जवाब दिया है कि गैर-लड़ाकू बजट में केवल 5-10 प्रतिशत की कटौती की जा सकती है।

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