नई दिल्ली (New Delhi) । पिछले कुछ समय से हेल्थ (Health), लाइफस्टाइल (Lifestyle) और वेलनेस (Wellness) की दुनिया में कोलेजन (collagen) शब्द खूब चर्चा में है. टीवी से लेकर सोशल मीडिया और बाजार में भी कोलेजन से जुड़े प्रॉडक्टस की भरमार है. कोलेजन एंटी-एजिंग यानी बुढ़ापे को रोकना, से जुड़ा शब्द है. अगर आप सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं और त्वचा की देखभाल और मेकअप में रुचि रखते हैं तो एक चीज आपको अपने सोशल मीडिया पर हर वक्त देखने को मिलेगी, वह है कोलेजन से जुड़ी जानकारी. चाहें वो फूड्स के माध्यम से हो, सीरम, फेस क्रीम, शीट मास्क या फिर सप्लीमेंट्स. कोलेजन और उससे जुड़ा कोई ना कोई उत्पाद आपको जवान और सुंदर बनाने का वादा करता नजर आएगा.
सोशल मीडिया और इसे बेचने वाले हजारों ब्रांडों के अनुसार, कोलेजन ना केवल उम्र बढ़ने की वजह से चेहरे पर आने वाली झुर्रियों से लड़ता है बल्कि फाइन लाइन्स को रोकता है और आपकी त्वचा को युवा दिखाने में भी मदद करता है. लेकिन यह जानने से पहले कि क्या कोलेजन आपकी त्वचा के लिए वाकई जादुई है, आइए पहले जानते हैं कि यह वास्तव में ये है क्या?
कोलेजन क्या है?
सरल शब्दों में कोलेजन उस गोंद की तरह है जो आपके शरीर को एक साथ जोड़ता है. यह एक प्रकार का प्रोटीन है जो आपकी त्वचा, हड्डियों, मांसपेशियों, टेंडन और लिगामेंट्स में पाया जाता है. यह आपकी त्वचा को मजबूती और लचीलापन देता है. आपकी हड्डियों को मजबूत रहने में मदद करता है और आपके अंगों और मांसपेशियों की संरचना को सपोर्ट करता है.
आपकी सुंदरता के संदर्भ में कोलेजन आपके चेहरे की हेल्थ और प्रेजेंटेशन (यानी वो कैसा दिखता है) उसके लिए महत्वपूर्ण है. इससे आपकी त्वचा को मजबूत और सॉफ्ट रहने में मदद मिलती है.
मुंबई की त्वचा विशेषज्ञ, कॉस्मोलॉजिस्ट और ट्राइकोलॉजिस्ट डॉ शुभांगिनी शर्मा ने इंडिया टुडे को बताया कि जब हम छोटे होते हैं तो हमारा शरीर हमारे चेहरे के लिए अच्छी मात्रा में कोलेजन का उत्पादन करता है जो हमारे चेहरे पर तेज चमक देता है. हालांकि, समय के साथ हमारे शरीर में कोलेजन कम हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप फाइन लाइन्स (महीने रेखाएं) और झुर्रियों जैसे उम्र बढ़ने के लक्षण दिखाई देने लगते हैं.
क्या वाकई ये कोलेजन है जादुई
अगर आप सोच रहे हैं कि हर कोई अचानक कोलेजन के बारे में क्यों बात कर रहा है तो आप अकेले नहीं हैं क्योंकि इसका श्रेय निश्चित रूप से सोशल मीडिया को जाता है. यह प्रचार तब शुरू हुआ जब बहुत से प्रभावशाली (सेलिब्रिटीज) लोगों ने इस प्रोटीन के बारे में बात करना शुरू कर दिया और इसे खुद के यंग दिखने का कारण बताना शुरू कर दिया.
क्या कोलेजन (प्रॉडक्ट्स) फेस पर लगाने से मदद मिलती है?
कोलेजन शब्द की गूगल पर खोज करते हुए आपकी आंखों के सामने हजारों प्रॉडक्ट्स आ जाएंगे जो आपके शरीर में कोलेजन उत्पादन को बढ़ाने का दावा करते मिल जाएंगे. अमेरिकी स्वास्थ्य विभाग के 2022 के एक अध्ययन से पता चलता है कि अप्लाई करने वाले (जैसे क्रीम्स और सीरम) और खाने वाले (यानी कोलेजन सप्लिमेंट्स) दोनों त्वचा की एजिंग को कम करने और उसमें देरी में योगदान दे सकते हैं.हालांकि कोलेजन के उत्पादन के लिए सीरम या अन्य प्रॉडक्ट्स के उपयोग पर विशेषज्ञों में मतभेद हैं.
डॉ. शर्मा कहती हैं, ‘आपकी त्वचा पर कोलेजन लगाने का कोई मतलब नहीं है. यह एक अच्छे मॉइस्चराइजर के रूप में ही काम करता है. ईमानदारी से कहूं तो यह और कुछ नहीं है.’
वहीं, जिनोवा शाल्बी हॉस्पिटल, मुंबई की त्वचा विशेषज्ञ डॉ. सुरभि देशपांडे कहती हैं, ‘रेटिनोइड्स, पेप्टाइड्स और विटामिन सी जैसे कुछ स्किनकेयर तत्व स्किन में कोलेजन बनने की प्रक्रिया में मदद कर सकते हैं, लेकिन वास्तविक प्रभाव अलग-अलग व्यक्तियों के हिसाब से अलग होता है.
यहां हम आपको कोलेजन के कुछ प्राकृतिक स्रोत बता रहे हैं.
1. बोन ब्रॉथ: यह कोलेजन से भरपूर होता है क्योंकि यह जानवरों की हड्डियों और कनेक्टिव टिश्यू (ऊतकों) को उबालकर बनाया जाता है.
2. मछली: विशेष रूप से सैल्मन और मैकेरल जैसी वसायुक्त मछली, जिसमें ओमेगा -3 फैटी एसिड होता है, कोलेजन उत्पादन का समर्थन करता है.
3. बेरीज: इनमें उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर में प्राकृतिक रूप से उत्पादित होने वाले कोलेजन का नुकसान होने से बचाने में मदद करते हैं.
4. खट्टे फल: संतरे, नींबू और अंगूर विटामिन सी से भरपूर होते हैं जो कोलेजन संश्लेषण के लिए जरूरी हैं.
5. पत्तेदार सब्जियां: पालक, केल और अन्य पत्तेदार सब्जियां विटामिन और खनिजों से भरपूर होती हैं जो कोलेजन उत्पादन में मदद करती हैं.
6. अंडे: इनमें अमीनो एसिड होते हैं जो कोलेजन के लिए बिल्डिंग ब्लॉक की तरह काम करते हैं.
7. एवोकाडो: हेल्दी फैट और विटामिन ई से भरपूर एवोकाडो कोलेजन उत्पादन और त्वचा के स्वास्थ्य में मददगार होते हैं.
8. मेवे और बीज: बादाम, अखरोट और अलसी में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट और हेल्दी फैट्स होते हैं जो कोलेजन संश्लेषण में मदद कर सकते हैं.
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