नई दिल्ली (New Delhi)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने घोषणा की है कि भारत का प्रमुख सौर मिशन, आदित्य-एल1, 6 जनवरी को अपने इच्छित गंतव्य, पृथ्वी से 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर स्थित लैग्रेंजियन बिंदु (L1) तक पहुंचने के लिए तैयार है. इस बात की पुष्टि इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ (S Somnath) ने की है. सोमनाथ ने कहा कि ‘आदित्य एल1 का एल1 प्वाइंट इंसर्शन 6 जनवरी 2024 को किया जाएगा लेकिन समय अभी तय नहीं किया गया है.’
बता दें कि आदित्य L1 2 सितंबर को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से लॉन्च किया गया था. यह मिशन सूर्य का अध्ययन करने में भारत के अग्रणी उद्यम का प्रतीक है.
इसरो प्रमुख ने कहा कि जब आदित्य एल1 अपने गंतव्य पर पहुंच जाएगा, तो यह अगले पांच वर्षों तक सूर्य पर होने वाली विभिन्न घटनाओं का पता लगाने में मदद करेगा. उन्होंने कहा कि भारत भविष्य में तकनीकी रूप से एक शक्तिशाली देश बनने वाला है. सोमनाथ ने कहा कि इसरो ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशों के अनुसार ‘अमृत काल’ के दौरान एक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की योजना बनाई है, जिसे ‘भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन’ कहा जाएगा.
क्या होता L1 प्वाइंट
आदित्य एल1 को पृथ्वी और सूर्य के खगोलीय तंत्र के लैगरेंज 1 बिंदु पर ले जाकर स्थापित किया जाएगा. सौरमंडल में पृथ्वी सूर्य का एक अंडाकार कक्षा में चक्कर लगाती है. इस वजह से कुछ बिंदु ऐसे हैं जहां दोनों को का गुरुत्वाकर्षण एक दूसरे को कम कर एक तरह का संतुलन ला देता है. वैज्ञानिक इन्हीं स्थानों को लैगरेंज बिंदु कहते हैं. लैगरेंज बिंदु एल1 पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर सूर्य और पृथ्वी के बीच स्थित है.