नई दिल्ली। जसप्रीत बुमराह के पास इंग्लैंड दौरे पर भारत की तरफ से टेस्ट में सबसे तेज 100 विकेट लेने वाला तेज गेंदबाज बनने का मौका है। अगर वो ऐसा करने में सफल रहते हैं, तो कपिल देव का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। कपिल सबसे तेज 25 टेस्ट में 100 विकेट लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज हैं। फिलहाल, बुमराह के खाते में 19 टेस्ट में 83 विकेट हैं। इस लिस्ट में इरफान पठान(28 टेस्ट) और मोहम्मद शमी(29 टेस्ट) दूसरे और तीसरे पायदान पर हैं। जवागल श्रीनाथ ने 30 और इशांत शर्मा ने 33 टेस्ट में 100 विकेट पूरे किए थे।
टीम इंडिया इंग्लैंड दौरे पर पहले 18 से 22 जून तक न्यूजीलैंड के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का पहले फाइनल में खेलेगी। इसके बाद मेजबान इंग्लैंड के साथ उसे पांच टेस्ट की सीरीज खेलनी है। इस दौरे पर बुमराह के पास भी 6 टेस्ट खेलने का मौका है। ऐसे में उनके 100 टेस्ट विकेट पूरे करने की उम्मीद है। अगर वो इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के चौथे टेस्ट तक भी ये अपना विकेटों का शतक लगाने में सफल रहते हैं तो भी कपिल देव का रिकॉर्ड तोड़ देंगे। क्योंकि कपिल ने 25 टेस्ट में 100 विकेट पूरे किए थे, जबकि बुमराह के 24 टेस्ट में ही इतने विकेट हो जाएंगे।
टेस्ट में सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज इंग्लैंड के जॉर्ज लोहमैन है। उन्होंने 16 टेस्ट में ये उपलब्धि हासिल की थी। वहीं, अगर भारत की बात करें तो ऑफ स्पिनर रविचंद्नन अश्विन टेस्ट में सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने 18 टेस्ट में विकेटों का शतक पूरा किया था। इस लिस्ट में अगले भारतीय इरापल्ली प्रसन्ना हैं। उन्होंने 20 टेस्ट में ये उपलब्धि हासिल की थी। अनिल कुंबले(21), सुभाष गुप्ते(22), बीएस चंद्रशेखर और प्रज्ञान ओझा ने 22, वीनू मांकड(23), रविंद्र जडेजा(24) टेस्ट में 100 विकेट हासिल किए हैं।
हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट ने अपने यूट्यूब चैनल के एक वीडियो में बुमराह की तारीफ की थी। उन्होंने कहा कि जिस तरह वसीम अकरम और वकार यूनिस पाकिस्तान की गेंदबाजी की रीढ़ हुआ करते थे। ठीक वैसा ही रोल बुमराह का टीम इंडिया के साथ है। बट ने कहा था कि बुमराह ऐसे गेंदबाज हैं, जो मुश्किल वक्त में कप्तान की पहली पसंद हैं। अगर आप रोहित शर्मा को देखें तो वो अपनी कप्तानी में बुमराह से शुरू में एक या दो ओवर कराते हैं और आखिरी के 6 ओवर के लिए उन्हें बचाकर रखते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें बुमराह पर विश्वास है कि अगर आखिरी के ओवर में विरोधी टीम को 30-40 रन बनाने होंगे तो बुमराह आसानी से रन नहीं जाने देंगे और विकेट भी हासिल करेंगे।
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