नई दिल्ली। कांग्रेस (Congress ) ने जम्मू-कश्मीर संगठन (Jammu and Kashmir Organization) में बड़ा बदलाव करते हुए गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी लेकिन कुछ घंटे बाद ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा (resign from office) दे दिया है। इसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। हालांकि इस्तीफे की वजह का पता नहीं चल पाया है। जम्मू-कश्मीर में आगामी चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने संगठन को मजबूत करने के लिए कई नियुक्तियां की थीं। ऐसे में गुलाम नबी आजाद को अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया था।
तारिक हामिद कर्रा को अभियान समिति का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस की नवनियुक्त अन्य कई पदाधिकारी भी इस्तीफा दे सकते हैं। वहीं गुलाम नबी को राजनीतिक मामलों की समित और समन्वय समिति की भी जिम्मेदारी दी गई थी।
बता दें कि पहले गुलाम नबी ने जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद संगठन में कई बदलाव किए गए और उन्हें दूसरी जिम्मेदारी दी गई। अब गुलाम नबी के इस्तीफे के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। वहीं कांग्रेस संगठन के मजबूत होने की जगह कमजोर होने के कयास लगाए जाने शुरू हो गए हैं।
कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए गुलाम नबी आजाद ने इस्तीफा दिया है और उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व का धन्यवाद भी दिया है। वहीं कांग्रेस के अनंतनाग जिले के अध्यक्ष गुलजार अहमद वानी ने कहा है कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया ह। वह पीसीसी चीफ की नियुक्ति से खुश नहीं हैं। उनका कहना है कि गुलाम नबी आजाद ने भी इसी वजह से अपना इस्तीफा दिया है।
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