चंडीगढ़: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि पंजाब में अगर पराली जल रही है तो इसके लिए हम जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब में पराली जलाने पर दोषारोपण नहीं होना चाहिए. यह पूरे उत्तर भारत से जुड़ी समस्या है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि किसान भी धान की पराली नहीं जलाना चाहते हैं, लेकिन दो फसलों के बीच सीमित समय के अंतर के कारण उनके पास कोई विकल्प नहीं है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में सरकार बनने के बाद हमारे पास छह महीने का समय था. इसलिए इस समस्या का इतनी जल्दी हल नहीं किया जा सका, अगले साल तक हम इसका कोई ठोस हल निकालने में कामयाब होंगे. इस दौरान सीएम भगवंत मान ने पंजाब सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाइयों का भी जिक्र किया और कहा कि किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए कई और उपायों की जरूरत है. उन्होंने इसकी पूरी जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि हम वादा करते हैं कि अगले साल तक यह समस्या नहीं होगी.
भगवंत मान ने कहा कि अगले साल तक 40 लाख हेक्टेयर भूमि पर पराली जलाने को रोकने के लिए ठोस समाधान होंगे. केजरीवाल और मान ने दिल्ली के खराब एक्यूआई का सामना कर रहे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के शहरों का जिक्र करते हुए कहा कि यह पूरे उत्तर भारत से जुड़ी एक समस्या है जिसके लिए हर कोई जिम्मेदार है. केजरीवाल ने कहा कि हम स्थिति को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
दिल्ली के सीएम ने कहा कि अगर केजरीवाल को गाली देकर समस्या का समाधान किया जा सकता है, तो ऐसा ही कर लें. हालांकि, सामूहिक प्रयास से ही समस्या का समाधान किया जाना चाहिए. केजरीवाल और मान ने वादा किया कि अगले साल दिल्ली में प्रदूषण की समस्या नहीं होगी. उन्होंने कहा कि किसानों को फसल में विविधता लाने के लिए प्रेरित करने के लिए हम अन्य फसलों के लिए एमएसपी के लिए काम कर रहे हैं.
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