35 व्यापारी संगठनों को आज फिर चर्चा के लिए बुलाया कलेक्टर ने… तेजी से बढऩे लगा संक्रमण
इन्दौर। शहर के सारे बाजारों को नेताओं और व्यापारी एसोसिएशन ने अपनी जिम्मेदारी पर खुलवाया और एक-दो दिन सक्रिय रहने के बाद सब गायब हो गए। दूसरी तरफ कोरोना मरीजों की संख्या लगातार तेजी से बढऩे लगी है। कल भी 184 पॉजिटिव मरीज मिले। आज दोपहर 12 बजे कलेक्टर मनीषसिंह ने अहिल्या चैम्बर ऑफ कॉमर्स और उसके बैनर तले आने वाले 35 व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों को चर्चा के लिए बुलाया है, ताकि भीड़ को नियंत्रित करने, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य गाइडलाइन का सख्ती से पालन करवाने के संबंध में चर्चा की जा सके। पिछले दिनों इन व्यापारी एसोसिएशन ने कलेक्टर को आश्वस्त किया था, मगर छूट की शर्तों का कोई पालन नजर नहीं आ रहा है।
त्योहारों का हवाला देकर नेताओं ने राखी से पहले लेफ्ट-राइट फॉर्मूला बंद करवाकर सारे बाजार खुलवा दिए। क्राइसिस मैनेजमेंट समूह में लिए गए निर्णय के आधार पर कलेक्टर मनीषसिंह ने आदेश जारी कर दिए और राखी के बाद भी सभी बाजारों को हफ्ते में 6 दिन खोलने के निर्देश दिए और आज से 56 दुकान भी खुलवा दी। सांसद, विधायक से लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने मीडिया के सामने भरोसा दिलाया था कि वे और उनके कार्यकर्ता बाजारों में निकलकर जनता और व्यापारियों को समझाइश देंगे और कोरोना संक्रमण न बढ़े इसमें भी सहयोग करेंगे। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के भी नेताओं ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोला और बाजारों में प्रदर्शन भी किया, लेकिन अब जब संक्रमण बढऩे लगा तो सब गायब हो गए। कई व्यापारी और उनके परिवार भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं और रोजाना मरीजों की संख्या बढऩे लगी है। अहिल्या चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल का कहना है कि बाजार में न तो ग्राहक यानी जनता ढंग से मास्क लगा रही है और व्यापारियों द्वारा भी इसका पालन नहीं किया जा रहा है। हमने अपनी तरफ से सभी व्यापारी संगठनों को लगातार समझाइश दी है। कलेक्टर मनीषसिंह ने आज 12 बजे कलेक्टोरेट में 35 व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों को बुलाया है। इसमें सियागंज, सराफा, जेल रोड, बर्तन बाजार, सीतलामाता बाजार, मारोठिया से लेकर सभी प्रमुख बाजारों के प्रतिनिधि शामिल हैं। हकीकत यह है कि कोरोना फैलने का जिम्मा अब नेताओं के माथे है, जिन्होंने अपनी जिम्मेदारी पर बाजार खुलवाए। इसके चलते संक्रमण लगातार बढऩे भी लगा है।