भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

सूरत की तरह हीरा कारोबार का हब बन सकता है छतरपुर

  • बंदर हीरा खदान को लेकर संभावनाए देख रहे युवा

भोपाल। देश में हीरे के सबसे बड़े भंडार और तांबे के तीसरे सबसे बड़े भंडार के साथ खनिज संसाधनों हमारा प्रदेश मध्यप्रदेश समृद्ध है। समाजसेवी आदित्य दीक्षित का कहना है कि बक्स्वाहा में बंदर डायमंड परियोजना के आने के बाद छतरपुर का क्षेत्र भी गुजरात के सूरत से टक्कर लेगा। यह डायमंड परियोजना मध्यप्रदेश के आर्थिक और सामुदायिक परिदृश्य को बदलकर रखने की क्षमता रखती है। लगभग 2500 करोड़ रुपए के निवेश के साथ प्रोजेक्ट एशियाई क्षेत्र की सबसे बड़ी हीरे की खदानों में से एक परियोजना बनने की क्षमता रखता है। यह वृहद् परियोजना मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में बुनियादी ढांचे के विकास को फ़ास्ट ट्रैक पर डालकर क्षेत्र को बदलकर रख देगी। इस परियोजना से केवल छतरपुर जिला खनिज फाउंडेशन (डीएमएफ) को ही 650 करोड़ रुपए का योगदान प्राप्त होगा। यह राशि बक्सवाहा के विकास के लिए खर्च की जा सकेगी। जहां, यह क्षेत्र में व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देगी वहीं रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी और स्वच्छ पानी, बेहतर स्वास्थ्य और अच्छी शिक्षा तक पहुंच को सक्षम करेगी। बंदर डायमंड परियोजना केवल एक उदाहरण मात्र है। विगत समय में प्रदेश में 1893, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम प्रारंभ हुए हैं। जिनमें 40 हजार लोगों को रोजग़ार मिला है। प्रदेश में 13 नये क्लस्टर और प्रारंभ करने की तयारी है, जिनमें लगभग 25 हजार लोगों को रोजग़ार प्राप्त होगा। रोजगार सेतु पोर्टल के माध्यम से युवाओं एवं श्रमिकों के लिये रोजग़ार की समुचित व्यवस्था की गई है।

आसपास के क्षेत्र में हीरे के पर्याप्त भंडार
मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड में हीरा के पर्याप्त भंडार है। छतरपुर जिले के बकस्वाहा में मिले जेम क्वालिटी (सबसे उत्तम) के हीरों के अथाह भंडार है। अतीत के पन्नों पर अगर नजर दौड़ाएं तो हमें मालूम चलता है कि बुंदेलखंड तपस्वियों और वीरों की भूमि रही है,जो समय आने पर अपने अधिकार के लिए प्राणोत्सर्ग करने तक से किंचित भयभीत नहीं हुए। अपने गौरव, सम्मान, संपदा, संस्कृति और अधिकारों के लिए संघर्ष करने में श्लेष मात्र भी संशय नहीं किया। पन्ना जिले के बाद छतरपुर जिले की बक्सवाहा तहसील में असली हीरों की खोज हुई है। मध्यप्रदेश सरकार ने इन्हें निकालने और इनसे भविष्य के विकास का पथ गढऩे के लिए तैयारी की है।

Share:

Next Post

अगली बैठक में फाइनल होगा पुलिस कमिश्नर सिस्टम का ड्राफ्ट

Thu Dec 2 , 2021
5 दिसंबर को मुख्यमंत्री करेंगे बैठक, इसके बाद जारी होगा नोटिफिकेशन भोपाल। भोपाल और इंदौर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम अब लागू होने में एक सप्ताह का वक्त लग सकता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और डीजीपी विवेक जौहरी के साथ प्रस्तावित ड्राफ्ट मत्रालय में बुधवार को देर शाम बैठक […]