डेस्क: पश्चिम बंगाल विधानसभा से नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी समेत 4 बीजेपी विधायकों को सोमवार को सस्पेंड कर दिया गया. इनमें सुवेंदु अधिकारी के अलावा अग्निमित्रा पॉल, विश्वनाथ कारक और बीजेपी विधायक बंकिम घोष शामिल हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी विधायकों को 30 दिनों के लिए सस्पेंड किया गया है. ये कार्रवाई बीजेपी द्वारा उठाए गए एक प्रस्ताव के बाद की गई, जिसमें आरोप लगाया गया था कि राज्य में सरस्वती पूजा की अनुमति नहीं है.
नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने इस मामले को लेकर ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘विधानसभा अध्यक्ष किसी काम के नहीं हैं. ममता बनर्जी खुद सदन में नहीं आती और जब हम विधानसभा में नहीं आते तो हम पर नजर रखी जाती है. सदन में जब हम आते हैं तो वो खुद गायब हो जाती हैं.’ उन्होंने आगे कहा, ‘ऐसा चौथी बार हुआ है. जब बीजेपी विधायकों को सस्पेंड किया गया है. 2022 में चार-महीने सस्पेंड किया गया. उसके बाद फिर एक महीने के लिए, फिर दो महीने कुल मिलाकर 8 महीने हम लोगों को सदन से बाहर रखा गया.
ममता सरकार पर निशाना साधते हुए सुवेंदु अधिकारी ने कहा, ‘सदन में हम ही एकमात्र विपक्ष हैं और हमको भी सदन में नहीं रहने दिया जा रहा. हम हिंदुओं के वोटों से जीतकर आए हैं इसलिए हम उनकी आवाज उठाते रहेंगे. ये हिंदू विरोधी सरकार है. ममता सरकार सिर्फ अल्पसंख्यकों के लिए काम करती है.’
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