भोपाल । भोपाल (Bhopal) के BRTS कॉरिडोर पर अब इतने साल बाद विवाद उठ खड़ा हुआ है. जिस बीजेपी सरकार (BJP government) में ये कॉरिडोर बनाए गए थे अब उसी सरकार में इसे हटाने की मांग उठने लगी है. भोपाल के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह (Minister Bhupendra Singh) ने तो BRTS के कॉन्सेप्ट को ही गलत करार दिया है.
भोपाल में हबीबगंज रेलवे अंडर ब्रिज का नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने लोकार्पण किया. ये अंडर ब्रिज बनने से अब यहां पानी भरने की समस्या नहीं होगी. लाखों लोगों को इससे फायदा होगा.कार्यक्रम के दौरान ही भोपाल में बने BRTS कॉरिडोर को हटाने की फिर मांग उठी. मंच से कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा भोपाल से BRTS कॉरिडोर को उखाड़ फेंक देना चाहिए. किसी भी शहर की पॉलिसी को ऐसे लागू नहीं किया जाता. उन्होंने नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह से कहा जल्द इस मामले का समाधान कीजिए.
दिन में 5 घंटे खुलेगा कॉरिडोर
इस पर भोपाल के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि बीआरटीएस का कॉन्सेप्ट ही गलत है. इंदौर में भी शिकायत आई है. बीजेपी विधायक कृष्णा गौर की मांग पर ट्रैफिक जाम से निजात के लिए BRTS एक दिन में 5 घंटे खोला जाएगा. जल्द ही इसे हटाने पर सरकार फैसला लेगी.
अंडर ब्रिज का नाम भी बदला जाएगा…
विधायक कृष्णा गौर ने अंडर ब्रिज का नाम नर्मदापुरम या रानी कमलापति के नाम पर करने की मांग की. होशंगाबाद रोड के नाम पर BJP विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा रेलवे अंडरब्रिज के लोकार्पण कार्यक्रम के मुख्य बैनर में नाम लिखा है. उन्होंने मंच से अधिकारियों से कहा कि होशंगाबाद नहीं नर्मदापुरम रोड नाम लिखें. मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा हबीबगंज अंडर ब्रिज का नाम भी जल्द बदला जाएगा.