मनोरंजन

मिर्जापुर-2: गाली गलौज, न्यूड सीन्स में पिछले सीजन से एक कदम आगे

मुंबई। अमेजन प्राइम का ब्लॉबस्टर वेब सीरीज मिर्जापुर का दूसरा सीजन रिलीज कर दिया गया है। पिछले सीजन के मुकाबले मिर्जापुर-2 कई मायनों में डबल डोज देता है। वॉयलेंस हो या गाली गलौज, न्यूड सीन्स हों या डबल मीनिंग जोक्स इस बार मेकर्स ने हर मामले में एक कदम आगे जाने की पूरी कोशिश की है, तो चलिए जानते हैं कि इस सीजन में दर्शकों को क्या चीजें पहले से ज्यादा एंटरटेन करने वाली हैं।

गाली गलौज और डबल मीनिंग जोक्स
मिर्जापुर के कथानक में इस्तेमाल की गई भाषा कहीं न कहीं इसकी जान है। पहले सीजन में एडल्ट जोक्स से लेकर गाली गलौज तक को दर्शकों ने काफी एन्जॉय किया था इसलिए इस बार इसकी मात्रा पहले से बढ़ाई गई है। इस सीजन में कई बार इंटेंस सीन्स के बीच भी आपको डबल मीनिंग जोक्स सुनाई पड़ते हैं, जो सीन की गंभीरता को तो बनाए रखते हैं लेकिन कहीं न कहीं हंसाते भी हैं। साथ ही सभी किरदार बात-बात पर गालियों का इस्तेमाल भी पहले से ज्यादा करते नजर आ रहे हैं।

खून-खराबा और वॉयलंस
पिछले सीजन में जाहिर तौर पर खून खराबा काफी दिखाया गया था लेकिन इस बार इसका लेवल भी एक नंबर ज्यादा ही रखा गया है। कई दृश्य ऐसे हैं जो लोगों को विचलित कर सकते हैं। गंडासे से किसी का कत्ल करना हो या वीभत्स तरीके से किसी की जान लेना। मेकर्स हर सीन को ज्यादा से ज्यादा रियलस्टिक रखने की कोशिश की है।

न्यूड सीन्स में भी एक कदम आगे
मिर्जापुर के पिछले सीजन में भी सेक्स सीन्स को काफी स्पेस दिया गया था लेकिन कहा जा सकता है कि इस बार इस मामले में भी सीजन 2 आगे रहा है। दिव्येंदु शर्मा (मुन्ना भईया) को न्यूड दिखाने से लेकर अन्य तमाम अंतरंग दृश्यों तक मेकर्स ने बोल्ड सीन्स को सुपरबोल्ड बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

सस्पेंस थ्रिलर और कहानी में मोड़
सीजन 1 के बाद दर्शक एक बात के बारे में आश्वस्त थे कि दूसरा सीजन गुड्डू पंडित और गोलू के बदले की कहानी होगा, लेकिन मेकर्स ने कहानी को सिर्फ एक ट्रैक पर नहीं रखा है। किसी डीजल लोकोमोटिव की तरह कहानी लगातार पटरी बदलती रहती है जिससे आप पूरे वक्त ये कयास लगाते रहते हैं कि आगे क्या होने वाला है। ये कहानी में आपका इंट्रेस्ट लगातार बनाए रखता है।

Share:

Next Post

अक्टूबर में 9.24 प्रतिशत कम मिले कोरोना संक्रमित

Fri Oct 23 , 2020
भोपाल। दिल्ली और मुंबई की तर्ज पर अब भोपाल में भी कोरोना की रफ्तार कम हो रही है। भोपाल में सितंबर माह की तुलना में अक्टूबर माह में 9.24 प्रतिशत यानि 425 मरीज कम मिले। राजधानी में एक से 21 सितंबर के बीच जहां 4574 मरीज मिले थे, वहीं एक से 21 अक्टूबर तक 4150 […]