ग्वालियर। मानसून ने जून में भले ही तरसाया हो, लेकिन जुलाई में मानसून काफी मेहरबान नजर आ रहा है। बीते शुक्रवार शाम को अचानक हुई बारिश के बाद शनिवार को भी दोपहर बाद शुरू हुआ बारिश का सिलिसिला रुक-रुककर देर रात तक जारी रहा। इस दौरान कभी तेज तो कभी मध्यम गति से बारिश की झड़ी लगी रही। ग्वालियर शहर में पिछले 24 घंटे में कुल 16.4 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि बारिश का सिलसिला अगले 24 घंटे के दौरान भी जारी रह सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में ग्वालियर और उसके आसपास कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है, लेकिन पिछले काफी दिनों से हो रही ओवर हीटिंग की वजह से ग्वालियर-चम्बल के ऊपर गरजने वाले बादल छा गए हैं। इसके साथ ही अरब सागर से नम हवाएं आना भी शुरू हो गई हैं। इसी के फलस्वरूप बीते शुक्रवार से ग्वालियर सहित अंचल में अधिकांश क्षेत्रों में कहीं तेज तो कहीं मध्यम गति से बारिश हो रही है। हालांकि शनिवार को सुबह से दोपहर तक मौसम लगभग शुष्क रहा। हालांकि आसमान में आंशिक बादल जरूर छाए रहे। इसके चलते तेज धूप निकली, जिससे पिछले दिनों की तरह आज भी गर्मी चरम पर थी, लेकिन दोपहर बाद अचानक पूरा आसमान घने बादलों से पट गया और अपरान्ह करीब सवा चार बजे से बारिश शुरू हो गई। इसके बाद रुक-रुककर कभी तेज तो कभी मध्यम गति से बारिश का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय का कहना है कि चूंकि हवाओं के साथ अरब सागर से नमी आना शुरू हो गई है। इसके चलते अगले 24 घंटे के दौरान भी ग्वालियर-चम्बल अंचल में कहीं तेज तो कहीं मध्यम गति से बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।
पारा 40 डिग्री से ऊपर टिका:
शुक्रवार शाम से शहर में बारिश का सिलसिला शुरू हो जाने के बाद भी तापमान में कमी नहीं आई है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में शनिवार को अधिकतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 40.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 3.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है। न्यूनतम तापमान भी 0.8 डिग्री सेल्सियस आंश्किा गिरावट के साथ 26.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 0.8 डिग्री सेल्सियस कम है। आज हवाएं उत्तरी चलीं, जिनकी गति छह किलोमीटर प्रति घंटा रही। आज सुबह हवा में नमी 60 प्रतिशत दर्ज की गई, जो औसत से छह प्रतिशत कम है, जबकि शाम को हवा में नमी 95 प्रतिशत दर्ज की गई, जो औसत से 40 प्रतिशत अधिक है।
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