गारमेंट-इलेक्ट्रॉनिक व लोहा व्यापारियों ने भी मांगी छूट
इंदौर। आज शनिवार और कल रविवार को कर्फ्यू-लॉकडाउन (curfew-lockdown) का पालन पुलिस-प्रशासन सख्ती से करवा रहा है, जिसके चलते शराब दुकानें ( liquor shops) भी बंद रहेंगी और सब्जी-किराना (vegetable-grocery) भी नहीं मिलेगा। दूध, दवाई सहित अत्यावश्यक सेवाओं को ही अनुमति दी गई है। अन्य इलेक्ट्रॉनिक, मोबाइल से लेकर गारमेंट और अन्य कारोबारी भी सोमवार से छूट मांग रहे हैं, जिसका फैसला कल होने वाली क्राइसिस मैनेजमेंट समिति की बैठक में लिया जा सकता है। हालांकि 1 जून से जो अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की गई उसमें अभी कुछ ही कारोबारियों को अनुमति मिली है, जिसमें राशन, सब्जी, फल के अलावा निर्माण कार्य से जुड़ी गतिविधियां शामिल हैं। जिला उपायुक्त आबकारी राजनारायण सोनी के मुताबिक शासन-प्रशासन के निर्देश पर आज और कल देशी-विदेशी शराब की दुकानें भी बंद रहेंगी। हालांकि इसकी मांग कल से शुरू भी हो गई थी। अब प्रशासन धीरे-धीरे शहर के विभिन्न इलाकों में दुकानें खोलने की कवायद में भी जुट गया है।
केटरिंग व्यवसाय भी चौपट… अब शर्तों के साथ दें अनुमति
हर तरह के कारोबार के साथ ही शादी समारोह (wedding ceremonies) को भी अनुमति नहीं मिल रही है, जिसके चलते होटल, मैरिज गार्डनों के साथ-साथ केटरिंग व्यवसाय भी पूरी तरह से चौपट हो गया है। केटरिंग एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने कल प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट से रेसीडेंसी पर मुलाकात की। इसके अध्यक्ष अजय जैन ने अनुरोध किया कि कुछ शर्तों के साथ केटरिंग व्यवसाय को भी शुरू करने की अनुमति दी जाए, क्योंकि इससे लगे मजदूर वर्ग की आर्थिक स्थिति भी अत्यंत खराब हो गई है।
दफ्तर-दुकान सील करने वाले प्रशासन को नहीं दिख रही शराब की दुकान पर भीड़
आज और कल शराब दुकान (liquor shops) बंद होने की खबर कल शाम जैसे ही शराबियों को पता चली तो उनका हुजूम शराब दुकानों पर उमड़ पड़ा। लोगों का हुजूम सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) और कोरोना को भूलकर शराब खरीद रहा था। शहर में दफ्तर और दुकानें सील करने वाले प्रशासन को यह भीड़ नजर नहीं आ रही है। यह नजारा कनाडिय़ा रोड की अंग्रेजी शराब दुकान का है। कल चार बजे से इस दुकान पर लोगों की भीड़ उमड़ी। लोग एक दूसरे को धक्का मारकर शराब खरीदने की होड़ लगा रहे थे।