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मिजोरम में पिछले एक साल में हुई 33 हजार से ज्यादा सुअरों की मौत, जानिए इसकी वजह

नई दिल्ली। मिजोरम सरकार (Mizoram Government) में पशुपालन और पशु चिकित्सा मंत्री डॉ के बेइचुआ (Dr. K. Beichua) ने सोमवार को विधानसभा को बताया कि पिछले साल राज्य में अत्यधिक संक्रामक अफ्रीकी स्वाइन बुखार (african swine fever) (एएसएफ) के प्रकोप के कारण 33,417 सूअरों की मौत हो गई है. विपक्षी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के वी.एल जैथनजामा के एक सवाल के जवाब में, बेइचुआ ने कहा कि एएसएफ के संक्रमण को रोकने के लिए कुल 10,910 सूअरों को भी मार दिया गया है.


मंत्री ने कहा कि उन लोगों की पहचान भी की जा रही है जिनमें इस संक्रमण के होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि एएसएफ के संक्रमण से मरे सुअरों के कारण करीब 60.82 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मारे गए सुअरों के लिए केंद्र सरकार से मुआवजे की मांग की है, इसके अतिरिक्त राज्य आपदा प्रबंधन और पुनर्वास विभाग से एक सुअर के लिए तीन तीन हजार रुपये का मुआवजा मांगा गया है।

मंत्री ने कहा कि अभी तक राज्य में अफ्रीकी स्वाइन बुखार का संक्रमण नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि पिछले साल दिसंबर के बाद से एएसएफ के कारण किसी सुअर की मौत की सूचना नहीं मिली।

बिछुआ ने विधानसभा को यह भी बताया कि राज्य सरकार ने 1 फरवरी को एएसएफ मुक्त राज्यों से सूअरों के आयात पर प्रतिबंध हटा दिया है। हालांकि, आयातित सूअरों को स्वस्थ प्रमाण पत्र और कॉमन स्वाइन फीवर (सीएसएफ) टीकाकरण प्रमाण पत्र के साथ लाया जाना चाहिए।

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