उज्जैन। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कथित काली कमाई का एक और धनकुबेर (Dhankuber) सामने आया है। मध्य प्रदेश पुलिस ((Madhya Pradesh Police ) की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) (Economic Offenses Branch (EOW) ने शनिवार को उज्जैन (Ujjain) में जिला सहकारी बैंक (District Cooperative Bank) के एक रिटायर अधिकारी (Retired Officer) के घर पर छापेमारी की। आर्थिक अपराध शाखा ने इस छापेमारी में पांच करोड़ रुपये की आय से अधिक संपत्ति का पता लगाने का दावा किया है।
ईओडब्ल्यू अधिकारियों को जिला सहकारी बैंक के पूर्व सहायक प्रबंधक अनिल सुहाने के आवास से पांच लाख रुपये नकद मिले। एक अधिकारी ने बताया कि पिछले महीने की शुरुआत में रिटायर हुए सुहाने को उसकी सेवा के दौरान लगभग 70 लाख रुपये वेतन मिला था।
अधिकारी ने बताया कि अभी तक उनके तीन बैंक लॉकर ही खोले गए हैं। पुलिस को तलाशी और बैंक लॉकरों के बारे में जानकारी से पांच करोड़ रुपये की कथित आय से अधिक संपत्ति का पता चला। उज्जैन शहर में सुहाने से जुड़े अन्य ठिकानों पर भी तलाशी ली जा रही है। जैसे-जैसे और बैंक लॉकर खोले जाएंगे और भी संपत्तियां सामने आने का अनुमान है।
अनिल सुहाने के आवास से पांच लाख रुपये नकद मिले। पहले एक व्यावसायिक भूखंड और पांच लाख रुपये नकद संपत्तियों के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद संपत्तियां बढ़ती गईं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक की जांच में अनिल सुहाने के घर की तलाशी में 8 लाख रुपए कैश, जेवरात और दो प्लाट, एक बंगला, दो दुकानें मिली हैं। उनके पास तीन लग्जरी कारें होने का भी पता चला है।
तीन बैंक लाकरों के साथ कई अकाउंट होने के दस्तावेज भी मिले हैं। अधिकारियों की मानें तो कार्रवाई जारी है। जैसे-जैसे जांच बढ़ रही है और संपत्तियां सामने आने का अनुमान है। सुहाने 1992 में तीन हजार रुपये महीने की नौकरी पर लगे थे। वह 31 दिसंबर 2024 को बैंक के सहायक प्रबंधक पद से रिटायर हुए थे। पद के अनुसार, सुहाने की पूरी नौकरी से कमाई 70 लाख रुपए की होनी चाहिए थी। लेकिन, उनकी संपत्तियां करोड़ों की बताई जा रही हैं।
सुहाने की संपत्तियों के मूल्य का आकलन किया जा रहा है। जांच के लिए और भी बैंक लॉकर भी खोले जाएंगे। गौर करने वाली बात यह कि रिटायर होने के महज 18 दिन बाद ही अनिल सुहाने के ठिकानों पर ही आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की छापेमारी सामने आई है। उनके खिलाफ लोन से जुड़े भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थीं। आर्थिक अपराध शाखा उक्त कार्रवाई इसी सूचनाओं के आधार पर की गई हैं।
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