भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शिवराज सरकार (Shivraj government) के वर्ष 2022-23 का बजट (Budget for the year 2022-23) प्रस्तुत करते हुए वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा (Finance Minister Jagdish Deora) ने कहा कि सरकार राम राज्य स्थापित करना चाहता है। उनके बजट भाषण के बीच हंगामा होता रहा। विपक्ष ने नारेबाजी की। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम शांत करने का प्रयास करते रहे लेकिन हंगामा नहीं थमा। कांग्रेस के विधायक अपनी सीट से उठकर विरोध करते रहे।
विजयलक्ष्मी साधौ, सज्जन सिंह वर्मा और अन्य विधायकों ने उठकर हंगामा मचाने की कोशिश की तो सीएम शिवराज सिंह चौहान हंगामे के बीच उठे। उन्होंने कहा कि बजट का भाषण केवल सदन के सदस्य ही नहीं बल्कि प्रदेश की जनता भी सुनना चाहती है। ऐसे हंगामे से छवि भी अच्छी नहीं है। मगर हंगामा थमा नहीं। विपक्ष ने वित्त मंत्री के भाषण के बीच नारेबाजी की।
कर्ज में प्रदेश को डुबाया
विपक्ष की ओर से सज्जन सिंह वर्मा और बाला बच्चन खड़़े हो गए। उन्होंने कहा कि तीन लाख करोड़ के कर्जे में सरकार है। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने विपक्ष को शांत रहने को कहा। गोपाल भार्गव और नरोत्तम मिश्रा ने सरकार के पक्ष में बात रखी। मिश्रा ने कहा कि विपक्ष को यह पता ही नहीं है कि बजट का विरोध भाषण खत्म होने के बाद करना चाहिए। विपक्ष ने कहा कि सरकार ने कर्ज में डुबा दिया है।