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मप्रः ग्रामों में बसती है देश की आत्मा : राज्यपाल

भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि केन्द्र एवं राज्य सरकार से मिल रही सुविधाएं और संसाधन निरन्तर मिलते रहेंगे। देश की आत्मा ग्रामों में बसती है। ग्राम तरक्की करे। स्वतंत्र देश की प्रगति का फल सभी को मिले। व्यक्ति, परिवार, जनपद और देश हित के लिए सभी की सोच एक जैसी होनी चाहिए। केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं, संसाधनों और कियान्वित योजनाओं का लाभ लेने के लिए सभी जागरूक रहे। शासन की योजनाओं का स्वयं लाभ लें और अन्य जरूरतमंद व्यक्ति को भी लाभ लेने के लिए प्रेरित करें।

राज्यपाल पटेल मंगलवार को राजगढ़ जिले के गीलाखेड़ी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कृषक सिंचाई सुविधा सम्पन्न है तो कृषि के साथ-साथ वह पशु पालन भी करें। इससे घर भी अच्छी तरह से चलेगा। प्रदेश के विकास को साकार करने की जिम्मेदारी हम सबकी है।

उन्होंने ग्रामीणों को व्यसनो से दूर रहने की समझाइश देते हुए कहा कि इससे परिवार को दु:ख मिलता है। उन्होंने ग्रामीणजनों को अपने-अपने बच्चों को आंगनवाडी भेजने के लिए प्रेरित किया तथा कहा कि आंगनवाडी के माध्यम से बच्चों को शिक्षा और संस्कार मिलते है। उन्होंने कहा कि प्रगति का मजबूत स्तंभ है शिक्षा और संस्कार। यह जीवन भर साथ रहते है। बच्चे पढ़ लिखकर बेहतर जीवन जीएं, यह हम सब की जिम्मेदारी है।

कार्यक्रम में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, संबल योजना अंतर्गत प्रसूति सहायता, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, लाडली लक्ष्मी, ग्रामीण आजीविका मिषन, जनपद नरसिंहगढ़ अंतर्गत पेंशन के हितग्राहियों को हितलाभ के प्रमाण पत्र वितरित किए। कार्यक्रम के प्रारंभ में राज्यपाल पटेल ने पांच कन्याओं के पांव पूजे तथा उन्हें भेट भी दी। बाद में उन्होंने गीलाखेडी ग्राम के प्रधानमंत्री आवास के हितग्राही रवि पुत्र जमना प्रसाद का आवास भी देखा। कार्यक्रम में सांसद रोडमल नागर ने भी संबोधित किया।

आंगनबाडी केन्द्र के बच्चों से की बात, किया पौधरोपण
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने मंगलवार को गीलाखेडी प्रवास के दौरान आंगनबाडी केन्द्र क्रमांक 01 और 03 का निरीक्षण किया एवं केन्द्र में मौजूद नन्हे-मुन्ने बच्चों से खिलानो के माध्यम से खेल-खेल में शिक्षाप्रद आकृति भी बनवाई। साथ ही बच्चों से बनाई गई आकृतियों के संबंध में जानकारी भी ली। आंगनबाडी केन्द्र के भ्रमण के दौरान उन्हेांने महिला बाल विकास की आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, सहायकाओं एवं अधिकारियों से कहा कि गर्भवती माताएं पोषण आहार यदि घर ले जाए तो उसे खाएं भी। इस हेतु उन्होंने विशेष ध्यान रखने की समझाईष भी दी।

आंगनवाडी केन्द्र क्रमांक 01 एवं 03 परिसर में उन्होंने जामुन और आम का पौधा रोपा तथा स्थानीय सामग्रियों से निर्मित पोषण आहार के विभिन्न व्यजनों की लगाई गई प्रदर्षनी का अव्लोकन कर पूछ-परख की। आंगनवाड़ी केन्द्र पर अभीकल्पना के अनुरूप उन्होंने पोषण मटके को फल और अन्य पोषक तत्वों से भरा तथा आंगनबाडी कार्यकर्ता को सौंपा।

नरसिंहगढ़ क्षेत्र के भ्रमण के दौरान राज्यपाल मंगुभाई पटेल द्वारा पीलूखेडी में सी.एस.आर. से बनी आंगनबाडी केन्द्र क्रमांक 02 का अबलोकन किया गया। उन्होंने आंगनबाडी केन्द्र के बच्चों से बालमन वार्तालाप भी किया। राज्यपाल पटेल द्वारा बच्चों से यह भी पूछा गया कि खाना वाना मिलेगा तो बच्चों ने भी खुश होकर कहा कि हां मिलेगा। आंगनबाडी केन्द्र के निरीक्षण के दौरान उन्होंने एक नन्ही बालिका से कविता भी सुनी। जिसे बच्ची ने अपनी तोतली जुवान में सुनाई भी।

राज्यपाल ने जयराम अहिरवार के निवास पर किया भोजन
ग्राम गीलाखेडी में भ्रमण के दौरान राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने जयराम अहिरवार के निवास पर पहुंचकर फर्ष पर बैठकर उसके परिवार के सदस्यों के साथ भोजन किया। इस अवसर पर उन्हेांने जयराम के सदस्यों से बात की एवं उसकी पारिवारिक स्थिति की जानकारी ली तथा बच्चों की शिक्षा-दिशा में कमी नहीं रखने की समझाइश दी।

उल्लेखनीय है कि गीलाखेडी का जयराम अपनी पत्नी के साथ दो पुत्र, एक पुत्री, दो बहुएं और एक छोटे से नाती के साथ निवास कर रहा है। इस अवसर पर सांसद रोडमल नागर, सारंगपुर विधायक कुवर कोठार, कलेक्टर हर्ष दीक्षित, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत प्रीति यादव एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।(एजेंसी, हि.स.)

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