उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

Tata के सीवर के काम से Nagar Nigam परेशान

  • 2019 में पूरा होना था काम-खोदे गड्ढे भी ढंग से नहीं भर रहे हैं-सड़क भी मानक मापदंड के अनुसार नहीं बन रही है-निगम ने 50 हजार रोज की पेनल्टी लगाई

उज्जैन। नगर निगम टाटा के सीवर के काम से परेशान हो चुका है और अब 50 हजार रोज की पेनल्टी भी टाटा पर लगाई है लेकिन इसके बावजूद टाटा की अनियमितताओं पर अब तक लगाम नहीं लगाई जा सकी है।

टाटा को सीवर लाइन का काम 2017 में दिया गया था। अनुबंध के अनुसार यह काम 2019 तक पूरा करना था। कुल 450 किलोमीटर की सीवर लाइन टाटा को डालना है और इस कार्य के 402 करोड़ रुपए का भुगतान नगर निगम द्वारा किया जा रहा है लेकिन बीते 4 वर्षों में टाटा ने अब तक मात्र 225 किलोमीटर की लाइन ही डाली है और अब तक टाटा को 210 करोड़ का भुगतान हो चुका है। कंपनी ने शहर में सीवर लाइन डालने के लिए जो गड्ढे खोदे थे उन गड्ढों को भरने की और सड़क मरम्मत कार्य करने की अवधि नगर निगम ने 21 जून तय की थी लेकिन टाटा मनमानीपूर्वक कार्य कर रही है और 21 जून तक जो सड़कें टाटा ने को दी थी उनमें किसी प्रकार की मरम्मत नहीं की गई, इससे परेशान होकर निगमायुक्त क्षितिज सिंगल ने 50 हजार रोज की पेनल्टी 22 जून से टाटा के ऊपर तय कर दी है। टाटा द्वारा जो अनियमितता की जा रही है उसमें अधिकतर काम पेटी कांट्रेक्टरों को दे दिया गया है, वहीं कार्य की निगरानी के लिए इंजीनियर भी नियुक्त नहीं कर रखे हैं और फील्ड में कोई देखने वाला नहीं है। कार्य को ठीक ढंग से कराने और उसकी गति को नियंत्रित करने के लिए निजी आर्किटेक्ट कंपनी ठेका दिया गया है लेकिन यह कंपनी भी ठीक ढंग से इस प्रोजेक्ट पर ध्यान नहीं दे रही है। कुल मिलाकर टाटा के मनमाने रवैए से नगर निगम परेशान हो चुका है लेकिन कंपनी की ऊंची पहुँच होने के कारण अभी तक उसे ब्लैक लिस्टेड नहीं किया गया है। सिर्फ पेनल्टी से काम चलाया जा रहा है, जबकि ऐसे मामलों में अधिकारियों को चाहिए कि वे कड़े निर्णय लें और कंपनी के कार्य में सुधार करवाएं ताकि जनता को सुविधाएं समय पर और ठीक ढंग से मिल सके।

Share:

Next Post

मुश्किल में कांग्रेस पार्टी, पंजाब-राजस्थान के बाद अब इस राज्य में कलह शुरू

Fri Jul 16 , 2021
पटना: कांग्रेस पार्टी (Congress) में आंतरिक कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. अभी पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में जारी कलह को खत्म करने में जुटे आलाकामन के सामने अब नई चुनौती है और बिहार यूनिट की आंतरिक दरार सामने आने लगी है. प्रदेश अध्यक्ष तलाश रही है कांग्रेस बिहार विधान सभा चुनाव […]