नई दिल्ली। इस महीने कांग्रेस कमेटी में राष्ट्रीय अध्यक्ष (National President in Congress Committee) को लेकर चुनाव की प्रक्रिया प्रक्रिया शुरू होने जा रही है, किन्तु इसके बावजूद पार्टी के भीतर संगठन में असमंजस्य की स्थिति बरकरार है। कहा ये जा रहा है कि राहुल गांधी पार्टी (rahul gandhi party) का नेतृत्व संभालने के लिए अभी भी पूरी तरह से तैयार नहीं है।
आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव में कुछ ही दिन बचे हैं। इसके बावजूद राहुल गांधी के चुनाव लड़ने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पार्टी ने घोषणा की थी कि 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच संगठन के चुनाव होंगे, लेकिन कई कोशिशों के बावजूद राहुल गांधी ने अब तक अपना रुख साफ नहीं किया है। कांग्रेस के रणनीतिकार अब तक उन्हें अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए मनाने में विफल रहे हैं, जिससे चुनाव में देरी हो सकती है।
पार्टी सूत्रों की अगर माने तो राहुल गांधी ने इस संबंध में अभी भी अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है। ऐसे में राहुल गांधी की ताजपोशी नहीं होने की सूरत में पार्टी वैकल्पिक रणनीति पर भी विचार करने लगी है। कोई स्पष्ट जवाब न मिलने के कारण कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक नहीं बुलाई गई है, जिसमें चुनाव की तारीख तय की जानी है।
कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के मुताबिक, पार्टी ने चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली हैं। मधुसूदन मिस्त्री की अध्यक्षता में प्राधिकरण ने कहा है कि वे समय पर चुनाव के लिए तैयार हैं। अब चुनाव की तारीखों की घोषणा करने के लिए गेंद कांग्रेस कार्यसमिति के पाले में है। हालांकि राज्यों में चुनाव प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हुई है।
विदित हो कि राहुल गांधी की बात करें तो उन्होंने 2017 में कांग्रेस की कमान संभाली थी। करीब दो सालों के बाद 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी बिना अध्यक्ष पद संभाले ही कांग्रेस का चेहरा बने रहना चाहते हैं वे सदन के भीतर और सदन के बाहर मोदी सरकार के खिलाफ लगातार देशभर में सक्रियता दिखाना चाहते हैं। पार्टी के अध्यक्ष पद को लेकर अब वे खुद को फिर से पूरी तरह से तैयार नहीं कर पा रहे हैं।
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