पटना: बिहार में नीतीश कुमार कैबिनेट का विस्तार (Nitish Kumar cabinet expansion in Bihar) हो रहा है. कैबिनेट में आज कई नए चेहरों को शामिल किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, नीतीश कैबिनेट (Nitish cabinet) में कुल 21 नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई. कैबिनेट विस्तार में बीजेपी और जेडीयू (BJP and JDU) दोनों ने ही जातीय समीकरण का ख्याल रखा है और हर जाति को सरकार में हिस्सेदारी देने की कोशिश की गई है. हाल ही में बिहार में उस समय सियासी उथल-पुथल देखने को मिली जब नीतीश कुमार राजेडी का साथ छोड़ते हुए एक बार फिर से एनडीए में वापस आ गए.
हरि साहनी को भी मंत्री बनाया गया है. हरि साहनी अति पिछड़ा के मलाह जाति से आते हैं. जुलाई 2022 में विधान परिषद के सदस्य हुए. दरभंगा के काफी पुराने बीजेपी के नेता रहे हैं. सम्राट चौधरी के बाद बीजेपी ने मुकेश साहनी के विकल्प के तौर पर आगे करके विधान परिषद का नेता प्रतिपक्ष बनाया था. हरि साहनी पहली बार मंत्री बने हैं.
मदन सहनी, सुधीर कुमार, शीला कुमारी, जनक राम को भी मंत्री बनाया गया है. जनक राम दलित समाज से आते हैं. गोपालगंज लोकसभा सीट से 2014 में चुनाव लड़कर जीत हासिल की है. बीजेपी के काफी पुराने नेता रहे हैं. 2021 में विधान परिषद में पार्टी ने भेजा और इसके बाद खान एवं भूतत्व मंत्री का पदभार दिया गया था.
बीजेपी कोटे से नीतीश मिश्र ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. नीतीश मिश्र ब्राह्मण जाति से हैं और मधुबनी जिले के झंझारपुर विधानसभा से 2005 से लगातार जीतते आए हैं. 2015 में बीजेपी का दामन थामा था.
लेसी सिंह को भी मंत्री बनाया गया है. लेसी सिंह ने बूटन सिंह की पत्नी हैं. धमदाहा से जेडीयू की विधायक हैं. इससे पहले खाद्य उपभोक्ता मंत्री रहीं हैं. वे साल 2000 से ही लगातार पूर्णिया के धमदाहा से विेधायक चुनी जा रही हैं.
अशोक चौधरी को भी मंत्री बनाया गया है. अशोक चार से ज्यादा वक्त तक बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष रहे. पूर्व मंत्री महावीर चौधरी के बेटे हैं. 2018 में कांग्रेस छोड़ दी और जेडीयू में शामिल हो गए. अशोक महादलित समुदाय से आते हैं. कार्यकर्ताओं के बीच में इनकी अच्छी पैठ मानी जाती है.
नीरज बबलू को भी बिहार का मंत्री बनाया गया है. नीरज बबलू राजपूत जाति से आते हैं. सुपौल जिले के राघोपुर विधानसभा से पहली बार विधायक चुने गए थे. अब उन्हें बीजेपी कोटे से मंत्री बनाया गया है. नीरज बबलू पहले भी मंत्री रह चुके हैं.
मंगल पांडे को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है. मंगल पांडे ब्राह्मण जाति से आते हैं. 2012 से लगातार बिहार विधान परिषद के सदस्य रहे हैं. 2013 से 2017 तक बिहार के बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. 2017 से 2022 तक बिहार के स्वास्थ्य मंत्री भी रहे हैं. हिमाचल बीजेपी के पूर्व चुनाव प्रभारी भी रह चुके हैं.
रेणु देवी ने मंत्री पद की शपथ ली हैं. रेणु देवी बेतिया विधानसभा से लगातार चार बार चुनाव जीती हैं. 2005 से अब तक वह चुनाव जीतती आई हैं. 2005 में उन्हें खेल मंत्री भी बनाया गया था. इसके बाद 2020 में उपमुख्यमंत्री के पद पर भी रही हैं. एक बार फिर वो मंत्री बन गई हैं.
डॉ. दिलीप जायसवाल: बीजेपी का पिछड़ा (वैश्य) चेहरा दिलीप जायसवाल ने मंत्री पद की शपथ ली है. वह बिहार विधान परिषद में बीजेपी के उप मुख्य सचेतक रहे हैं.उन्होंने 2014 का लोकसभा चुनाव किशनगंज से लड़ा था.
महेश्वर हजारी: जेडीयू नेता महेश्वर हजारी विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रह चुके हैं. इसके अलावा वह राज्य सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं.
शीला कुमारी: जेडीयू नेता शीला कुमारी मंडल बिहार राज्य के मधुबनी जिले के फुलपरास विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं.वह राज्य सरकार में परिवहन और संचार मंत्री रह चुकी हैं.
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