बड़ी खबर

यूक्रेन में कोई रासायनिक या सामूहिक विनाश के हथियार विकसित नहीं किए गए : जेलेंस्की


कीव । यूक्रेन (Ukraine) की प्रयोगशालाओं (Laboratories) में जैविक हथियार बनाने (Making Biological Weapons) के रूस के आरोपों (Russia’s Accusations) पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति (President) वलोदिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने कहा है कि उनके देश में कोई रासायनिक या सामूहिक विनाश के अन्य हथियार (Chemical or Weapons of Mass Destruction) विकसित नहीं किए गए (Were not   Developed) ।


शुक्रवार की सुबह फेसबुक पर पोस्ट किए गए अपने नवीनतम वीडियो संबोधन में, जेलेंस्की ने कहा कि मैं एक पर्याप्त देश, एक पर्याप्त राष्ट्र का राष्ट्रपति हूं। और दो बच्चों का पिता हूं। मेरे देश में कोई रासायनिक या सामूहिक विनाश का कोई अन्य हथियार विकसित नहीं किया गया था।”पूरी दुनिया यह जानती है। आप जानते हैं। अगर रूस हमारे खिलाफ ऐसा कुछ करता है, तो उसे सबसे गंभीर प्रतिबंधों का जवाब मिलेगा।”

रूस के दावों के आगे जवाब देते हुए कि “हाल ही में मिले दस्तावेज” से पता चलता है कि जैविक हथियारों के घटक अमेरिकी रक्षा विभाग से वित्त पोषण के साथ यूक्रेनी प्रयोगशालाओं में बनाए गए थे। राष्ट्रपति ने कहा कि यह मुझे वास्तव में चिंतित करता है, क्योंकि हमें बार-बार आश्वस्त किया गया है, यदि आप रूस की योजनाओं को जानना चाहते हैं, तो देखें कि रूस दूसरों पर (करने का) क्या आरोप लगाता है।

उन्होंने रूस से सवाल किया, कि रासायनिक हमले की तैयारी के ये आरोप क्या हैं? क्या आपने यूक्रेन का ‘डी-केमिकलाइजेशन’ करने का फैसला किया है? अमोनिया का उपयोग कर रहे हैं? फास्फोरस का उपयोग कर रहे हैं? आपने हमारे लिए और क्या तैयार किया है?
इससे पहले, रूस ने दावा किया था कि अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य जैविक कार्यक्रम के तहत लविवि, खार्व और पोल्टावा में 30 से अधिक प्रयोगशालाएं खतरनाक संक्रामक एजेंटों के साथ काम कर रही हैं।

Share:

Next Post

रोजाना करें श्रीकृष्ण का ये पाठ, जीवन की विपत्तियां ऐसे गायब होंगी कि आप हैरान हो जाएंगे

Fri Mar 11 , 2022
डेस्क: भगवान श्रीकृष्ण (Lord Shri Krishna) को नारायण का पूर्ण अवतार माना गया है क्योंकि वे एकमात्र ऐसे अवतार रहे हैं, जो सोलह कलाओं में निपुण थे. मनुष्य रूप में उन्होंने गुरु सांदीपनि से इन सभी 16 कलाओं को सीखा था. श्रीकृष्ण ने मनुष्य रूप में जीवन का हर कष्ट समभाव में रहकर भोगा और […]