आचंलिक

अब बारिश का पानी नहीं बहेगा व्यर्थ

  • ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति अम्बानगर द्वारा छोटी सी नदी खडिया पर भी 200 बोरियों का बोरी बंधान किया गया। इस बंधान
    से 10 किसान 150 बीघा भूमि में रोके गये पानी का लाभ ले रहे हैं। हमारे ग्रामों में अनेक छोटी-बडी नदिया है

विदिशा। विदिशा जिले के गंजबासोदा विकासखण्ड में ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति द्वारा जल संरक्षण हेतु कार्ययोजना बनायी गयी। कार्ययोजना के अनुरूप ग्रामीणों को प्रेरित कर पराशरी नदी के माधव घाट पर 200 बोरियों का बोरी बंधान किया गया। मप्र जन अभियान परिषद द्वारा संचालित ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति द्वारा ग्राम का पानी ग्राम में रोकने की एक अच्छी पहल की। जिसके परिणाम स्वरूप आज गांव का पानी गांव के काम आ रहा है, इस रोके गये पानी से ग्राम के 25 किसान 300 बीघा भूमि सिंचित कर लाभान्वित होगें।


एक-एक बूंद को एकत्रित करना
जल की समस्या का मूल कारण जल प्रबंधन में अव्यवस्था है ना की जल की कमी है जल की समस्या का एक ही उपाय है कि बरसात के पानी की एक-एक बूंद को एकत्रित करना, बोरी बंधान से संग्राहित पानी से भूमि के जल स्तर में भी वृद्धि होती है। ग्राम के सभी लोगो ने जल संरक्षण के लिये संकल्प लिया व ग्राम के अन्य लोगों ने भी इस कार्य में बढ-चढकर भाग लिया।

२०० बोरियों का बोरी बंधन किया
इसी प्रकार ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति अम्बानगर द्वारा छोटी सी नदी खडिया पर भी 200 बोरियों का बोरी बंधान किया गया। इस बंधान से 10 किसान 150 बीघा भूमि में रोके गये पानी का लाभ ले रहे हैं। हमारे ग्रामों में अनेक छोटी-बडी नदिया है, जिनके द्वारा बरसात का पानी व्यर्थ ही बह जाता है। इस व्यर्थ बहने वाले जल को रोकने का प्रयास करना है। इसी परिप्रेक्ष्य में मप्र जन अभियान परिषद जल संरक्षण के अंतर्गत ग्राम के छोटी नदियों व नालो पर नवांकुर संस्थाओं व प्रस्फुटन समितियों द्वारा जन भागीदारी से बोरियों से बांध बनाकर जल का संग्रहण किया जा रहा है।

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