छठे दिन भी जारी है हड़ताल, अस्पतालों में हो रही परेशानी
इंदौर। मरीजों की बिगड़ती हालत से बेखबर जूनियर डॉक्टरों (junior doctors) की हड़ताल जहां जारी है, वहीं सरकार भी उनकी मांगों को तवज्जो नहीं दे रही है। कल एमवाय अस्पताल (MY hospital) में जूडा ने नुक्कड़ नाटक और थालियां बजाकर विरोध प्रदर्शन किया। सरकार और जूडॉ के मध्य अभी तक कोई बात नहीं बन पाई है।
जबलपुर हाईकोर्ट द्वारा हड़ताल अवैध घोषित करने के बाद भी हड़ताल जारी रखते हुए जूनियर डॉक्टरों (junior doctors) ने कल एमवाय परिसर में एक नुक्कड़ नाटक किया, जिसमें उन्होंने डॉक्टरों को आने वाली परेशानियों को बताया। डॉक्टरों ने नुक्कड़ नाटक कर बताया कि एक तरह थाली बजाकर हमें देश की शान कहते हैं और दूसरी ओर यदि कोई मरीज इलाज के दौरान मर गया तो शैतान समझकर हमें मारते-पीटते हैं। जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि अभी तक हमसे कोई बातचीत नहीं हो रही है। हम बातचीत को तैयार हैं। हम भी नहीं चाहते कि मरीजों को परेशानी हो।
बढऩे लगी परेशानियां
जूनियर डॉक्टरों (junior doctors) की हड़ताल जितनी ज्यादा लंबी खिंचेगी मरीजों की परेशानी उतनी बढ़ती जाएगी। इसकी शुरुआत हो गई है। एमवाय अस्पताल में भर्ती ब्लैक फंगस के मरीजों को इस परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। यहां प्रतिदिन होने वाले ऑपरेशन और एंडोस्कोपी के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। यहां प्रतिदिन मरीज भर्ती हो रहे हैं, लेकिन उन्हें सही इलाज नहीं मिल पा रहा है। बाहर से डॉक्टर भी बुलाए हैं, लेकिन व्यवस्थाएं अभी सुधरी नहीं हैं। अस्पताल प्रशासन भले ही कह रहा है कि सभी मरीजों का सही और समय पर उपचार हो रहा है, लेकिन कई मरीजों के ऑपरेशन अटक गए हैं। वे अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।
ब्लैक फंगस के 9 मरीज और भर्ती हुए, 6 डिस्चार्ज
एमवाय अस्पताल (MY hospital) में शुक्रवार को ब्लैक फंगस (Black fungus) बीमारी से ग्रसित 9 मरीज और भर्ती हुए, वहीं 6 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। अभी भी एमवाय और कैंसर अस्पताल में 343 मरीज भर्ती हैं, जिनमें 21 मरीज कोविड पॉजिटिव हैं, जबकि 238 मरीज पोस्ट कोविड के हैं। 84 ऐसे मरीज भी भर्ती हुए हैं, जिनकी कोविड-19 की कोई हिस्ट्री नहीं थी। कल 17 लोगों की सर्जरी हुई। अब तक 252 लोगों की सर्जरी हो चुकी है। कल 15 लोगों की एंडोस्कोपी हुई। कुल 425 लोगों की एंडोस्कोपी हो चुकी है। कल एक मरीज की मृत्यु भी हुई। ब्लैक फंगस से अब तक 34 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। कल मरीजों को 2808 इंजेक्शन भी प्राप्त हुए।