उज्जैन। बीती रात पुलिस के अधिकारियों ने थानों में जाकर रजिस्टर चेक किये तथा निरीक्षण किया। निरीक्षण के निर्देश ऊपर से आए थे। अफसरों ने बेसिक पुलिसिंग के सभी पैमानों पर थाना प्रभारियों या प्रभारियों से जानकारी ली। साथ ही नए कानूनों के साथ शुरू हुई नई व्यवस्था जैसे ई-साक्ष्य एप्लीकेशन का इस्तेमाल और ई-समन की तामीली को भी परखा गया। ज्यादातर आईजी-एसपी स्तर के अफसरों ने थानों में हिस्ट्रीशीटर और गुंडों की चैकिंग का रजिस्टर देखने के साथ-साथ उनकी गुजर-बसर कैसे चल रही है, इसका भी ब्यौरा जुटाया।
अब सभी अफसर अपनी-अपनी रिपोर्ट बनाकर पुलिस मुख्यालय को भेजेंगे। डीजीपी कैलाश मकवाणा ने शनिवार रात में सभी फील्ड अफसरों को औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे। इसका मकसद जिलों में मजबूत कानून व्यवस्था बनाए रखना था। साथ ही रात के वक्त थानों में तैनात स्टाफ की उपस्थिति और माइक्रो बीट प्रणाली के तहत उनकी वर्किंग परखना भी रहा। अफसरों ने थानों का मालखाना, हथियार और बलवा ड्रिल किस स्थिति में रखे हैं, इन्फॉर्मेशन रजिस्टर और ऑब्जरवेशन रजिस्टर्स में दर्ज ब्यौरा भी देखा गया। अफसरों ने अपने थाना प्रभारियों को ये भी निर्देश दिए कि नए कानून और उनकी प्रक्रियाओं की जानकारी रोजाना गणना (थाना स्टाफ की गिनती) के दौरान बताएं।
उज्जैन रेंज के डीआईजी रात दो बजे पहुँचे शाजापुर के कोतवाली थाने
उज्जैन रेंज के डीआईजी नवनीत भसीन ने शाजापुर के कोतवाली थाने का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने रात करीब दो बजे थाने पहुँचकर ड्यूटी स्टाफ से कानून व्यवस्था की जानकारी ली और थाने के रिकॉर्ड का अवलोकन किया। उज्जैन रेंज डीआईजी नवनीत भसीन बीती रात करीब दो बजे अचानक कोतवाली थाने पहुँचे। यहाँ उन्होंने ड्यूटी स्टाफ से कानून व्यवस्था की जानकारी ली। थाने के रिकॉर्ड को भी देखा। हवालात में बंद संदिग्धों के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने स्टाफ से पुलिस द्वारा डिजिटल रूप में किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली।
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