- भाजपा हुई हमलावर, कहा गुलामी में जीने की आदत है
भोपाल। खंडवा लोकसभा उपचुनाव (Khandwa Lok Sabha by-election) के लिए कांग्रेस के प्रवल दावेदार माने जा रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव (Arun Yadav) ने भाजपा में जाने की अटकलों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। साथ ही उन्होंने ट्वीट (Twit) पर लिखा कि कांग्रेस उनके खून में है और वे उसी में रहेंगे। साथ ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Scindia) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मेरे परिवार के नाम के आगे यादव लिखा है, सिंधिया नहीं। यादव के ट्वीट पर भाजपा ने रिट्वीट कर लिखा कि कुछ लोगों को गुलामी की आदत है। वे उससे बाहर ही नहीं निकलना चाहते हैं।
दरअसल यादव (Yadav) ने रविवार दोपहर ट्वीट पर लिखा कि ‘मेरे शरीर व परिवार के रक्त की एक-एक बूंद में कांग्रेस विचारधारा का प्रवाह होता है। मुझ सहित समूचे परिवार के नाम के आगे ‘यादव’ (Yadav) लिखा जाता है, ‘सिंधिया’ नहीं। अलगाववादी ताकतों को मुंह की खाना पड़ेगी।Ó इस रिट्वीट करते हुए पूर्व मुख्मयंत्री दिग्विजय (Digvijay) ने लिखा कि ‘शाबाश अरुण आपसे यही हम सभी लोगों की उम्मीद हैÓ इसके बाद भाजपा तेजी से हमलवार हो गई। भाजपा के प्रदेश संवाद प्रमुख लोकेन्द्र पारासर (State Dialogue Chief Lokendra Parasar) ने लिखा कि ‘शाबाश अरुण, आप यादव जरूर हो लेकिन उनके सुर में सुर मिलाकर बंसी बजा रहे हो जिन्होंने आपके पिताजी का लगातार सरासर अपमान किया। काबिल होने के बावजूद उन्हें इन्हीं दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) और उनके गुरु अर्जुन सिंह (Arjun Singh) ने मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया। सिर्फ इसलिए कि सुभाषजी पिछड़े वर्ग से आते थे।Ó
कमलनाथ के बयान से उपजा विरोध
खंडवा लोकसभा के लिए अरुण यादव का नाम तय था, लेकिन कमलनाथ के बयान से अन्य दावेदार सक्रिय हो गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यादव की उम्मीदवारी के प्रश्न पर कहा था कि न तो उन्होंने मुझसे कहा और न ही इच्छा जाहिर की। साथ ही कहा था कि सर्वे के आधार पर टिकट दिया जाएगा। उपचुनाव को लेकर कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक में भी यादव की अनुपस्थिति को लेकर सुगबुगाहट शुरू हुई थी। इसके बाद मीडिया के एक वर्ग में इस तरह की खबरें चल रही थीं कि यादव भाजपा में शामिल हो सकते हैं।