भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

25,00,000 ग्रामीणों पर एक सरकारी ICU Bed

  • सरकार की ओर से हाईकोर्ट में पेश रिपोर्ट में स्वास्थ्य सेवाओं का खुलासा

भोपाल। राज्य सरकार (State Government) प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं (Health Services) के विस्तार के लाख दावे करे, लेकिन हकीकत इन दावों के एकदम विपरीत है। कोरोना (Corona) की तीसरी लहर (Third Wave) तो क्या अन्य गम्भीर मरीजों के लिए भी ग्रामीण इलाकों (Rural Areas) में स्वास्थ्य सेवाएं (Health Services) न के बराबर हैं। हैरानी की बात यह है कि राज्य की 72. 41 फीसदी यानी करीब 6 करोड़ 15 लाख की ग्रामीण क्षेत्र की आबादी के लिए सिर्फ दो जिलों में महज 25 आईसीयू बेड (ICU Bed) की ही व्यवस्था है। यानी ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति 24 लाख 60 हजार निवासियों पर एक सरकारी आइसीयू बेड (ICU Bed) ही उपलब्ध है। बाकी जिलों के ग्रामीण इलाकों में सरकारी अस्पतालों में एक भी आईसीयू बेड (ICU Bed) नहीं है। मप्र हाईकोर्ट (MP High Court) में राज्य सरकार (Government) की ओर से पेश रिपोर्ट (Report) में यह खुलासा हुआ है।
राज्य सरकार की ओर से हाईकोर्ट में पेश रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के तमाम सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में महज 4454 आईसीयू बेड ही उपलब्ध हैं। राज्य की वर्तमान जनसंख्या लगभग 8.5 करोड़ है। इस हिसाब से देखा जाए तो प्रति 19084 लोगों पर एक आईसीयू बेड उपलब्ध है।

जिला अस्पतालों में महज 769 आईसीयू बेड
सरकार की ओर से मप्र हाईकोर्ट में पेश शपथपत्र में बताया गया है कि 51 जिला अस्पतालों में कुल 769 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। जबकि ग्रामीण क्षेत्र के महज तीन मऊगंज, सिरमौर में 10-10 और नागदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 5 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। किसी अन्य जिले के ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी अस्पताल में आईसीयू बेड की व्यवस्था नहीं है। जबकि राज्य की वर्तमान अनुमानित आबादी के लिहाज से ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 6.15 करोड़ लोग निवास करते हैं। प्रदेश के अनूपपुर में मात्र 10 आईसीयू बेड हैं। वहीं अलीराजपुर-08, अशोक नगर-25, बड़वानी-18, बालाघाट-15, बैतूल-15, भिंड-19, भोपाल-22, बुरहानपुर-20, छतरपुर-27, दमोह-14, देवास-17, दतिया-11, छिंदवाड़ा-20, धार-20, गुना-10, डिंडोरी-11, हरदा-10, ग्वालियर-10, जबलपुर-13, होशंगाबाद-16, झाबुआ-10, इंदौर-10, कटनी-10, खंडवा-14, खरगोन-18, मंदसौर-12, मंडला-12, नरसिंहपुर-12, मुरैना-10, नीमच-28, राजगढ़-10, पन्ना-10, विदिशा-10, रायसेन-08, रीवा-38 ( मऊगंज, सिरमौर सहित), रतलाम-35, सागर-25, सतना-15, सीहोर-11, सिवनी-14, शिवपुरी-29, श्योपुर-10, सीधी-10, सिंगरौली-12, उज्जैन-33 (नागदा सहित), टीकमगढ़-12, उमरिया-10, शहडोल-10, शाजापुर-10 और आगर में 10 आईसीयू बेड हैं।

सरकारी मेडिकल कॉलेजों में आईसीयू बेड
प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों की बात करें तो उनमें 3660 आईसीयू बेड हैं। भोपाल-320, इंदौर-837, जबलपुर-600, ग्वालियर-575, रीवा-386, सागर-264, शहडोल-70, छिंदवाड़ा- 90, विदिशा-100, रतलाम-228, खंडवा-60, दतिया-45 और शिवपुरी में 85 आईसीयू बेड हैं।

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