गढ़वा। झारखंड के गढ़वा में भ्रष्टाचार (Corruption) का अजब खेल सामने आया है। कमीशनखोरी के चक्कर में अधिकारियों डैम में ही पोस्टमॉर्टम हाउस बनवा दिया। मौजूदा समय में यह पोस्टमॉर्टम हाउस असामाजिक तत्वों का अड्डा बन चुका है। नियमानुसार नदी, डैम, तालाब आदि के आसपास पोस्टमॉर्टम हउस (postmortem house) का निर्माण नहीं किया जा सकता है। हालांकि, ऐसा प्रतीत होता है कि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। जिनपर नियमों का पालन करवाने की जिम्मेदारी है, वही भ्रष्टाचार को नया रूप देने में जुटे हैं।
जानकारी के अनुसार, गढ़वा जिले के श्रीबंशीधर अनुमंडल बनने के बाद अनुमंडल क्षेत्र में संदेहास्पद मौत के मामले का वहीं पोस्टमॉर्टम कराने के उद्देश्य से पोस्टमॉर्टम हाउस का निर्माण कराया गया। आपको यह जानकर अचरज होगा कि अधिकारियों ने इस पोस्टमॉर्टम हाउस का निर्माण डैम में ही करा दिया गया। आरोप है कि अधिकारियों ने कमीशन के चक्कर में कॉन्ट्रैक्टर को लाभ पहुंचाने की नीयत से ऐसा किया।
मौजूदा समय में स्थिति यह है कि लाखों रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ यह भवन अब असामाजिक तत्वों का अड्डा बन चुका है। बता दें कि पोस्टमॉर्टम हाउस के सभी सामान चोरी हो चुके हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो यह सरकारी धन की बर्बादी है। पोस्टमॉर्टम हाउस जाने के लिए न तो रास्ता है और न ही जगह। इसके बावजूद इस जगह पर पोस्टमॉर्टम हाउस का निर्माण कर दिया गया।
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मामला उजागर होने के बाद स्थानीय अधिकारियों की नींच खुली है। इस मामले पर श्रीबंशीधर नगर के एसडीएम आलोक कुमार ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में नही था। उन्होंने कहा कि इस पर तत्काल कमेटी बनाकर इसकी जांच कराई जाएगी। इस बात की छानबीन (investigation) की जाएगी की आखिर इस जगह पोस्टमॉर्टम हाउस का निर्माण कैसे हुआ? किस एजेंसी ने इसका निर्माण किया? इन सब पहलुओं की जांच-पड़ताल की जाएगी।