नई दिल्ली। एक दिवालिया हो चुकी फॉर्मा कंपनी(Pharma company) के शेयर(Share) में पिछले 4 महीनों में 7000 फीसदी से ज्यादा का उछाल दर्ज किया जा चुका है. अब भी शेयर(Share) में अपर सर्किट का सिलसिला जारी है. यहां बात हो रही है दिवालिया कंपनी ऑर्किड फार्मा लिमिटेड (Orchid Pharma Ltd) की.
दरअसल, दिवालिया घोषित होने के बाद ऑर्किड फार्मा लिमिटेड (Orchid Pharma Ltd) को एनसीएलटी (NCLT) के रेजॉल्यूशन प्लान (Resolution plan) के तहत धनुका लैब (Dhanuka Lab) ने खरीदा था. उसके बाद से ही ऑर्किड फार्मा लिमिटेड (Orchid Pharma Ltd) के शेयरों को पंख लग गए हैं.
फॉर्मा स्टॉक Orchid Pharma ने रिटर्न देने के मामले में बिटक्वॉइन को भी पीछे छोड़ दिया है. जहां आर्किड फॉर्मा के शेयरों में बीते 4 महीने के दौरान करीब 7000 फीसदी का रिटर्न मिला है. वहीं इस दौरान बिटक्वॉइन में 203 फीसदी रिटर्न मिला है.
3 नवंबर 2020 को Orchid Pharma को स्टॉक एक्सचेंज में दोबारा सूचीबद्ध कराया गया था. इसके बाद कभी कंपनी के स्टॉक्स में गिरावट नहीं आई. रीलिस्टिंग के दिन से अब तक कंपनी के स्टॉक्स में हर दिन अपर सर्किट लग रहा है. बुधवार 10 मार्च को शेयर में 5 फीसदी का अपर सर्किट लगा, और शेयर एनएसई पर 1,307.55 रुपये पर बंद हुआ.
ऑर्किड फॉर्मा कंपनी की जब 3 नवंबर 2020 को दोबारा रीलिस्टिंग हुई तो उसके शेयर का भाव 18 रुपये था. जो 10 मार्च 2021 को बढ़कर 1,307.55 रुपये हो गया है. इस तरह से देखें तो सिर्फ 128 दिन में निवेशकों के 10 हजार रुपये का निवेश 7.25 लाख रुपये हो गया.
मौजूदा वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 102.63 करोड़ रुपये रहा और कंपनी को 45.33 करोड़ रुपये का घाटा हुआ. मार्च- 2020 में कंपनी का रेवेन्यू 505.45 करोड़ रुपये था और 149.84 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था. चेन्नई बेस्ड इस फॉर्मा कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 5000 करोड़ से ज्यादा हो गया है.
ऑर्किड फॉर्मा कंपनी में धनुका लैब की हिस्सेदारी 98.04 फीसदी है. इसके अलावा दूसरे वित्तीय संस्थानों की हिस्सेदारी 1.19 फीसदी है. वहीं, रिटेल निवेशकों के पास कंपनी के सिर्फ 0.5 फीसदी शेयर हैं. कंपनी के स्टॉक्स की इसी शॉर्टेज के चलते इसकी कीमतों में उछाल आई है.
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