इंदौर न्यूज़ (Indore News)

इंदौर में पहली बार टाउनशिप के लोगों के लिए बनेगा ओवरब्रिज

  • प्रदेश बजट में सिंगापुर टाउनशिप सहित अन्य कालोनियों के लिए 40 करोड़ में बनेगा रेल ब्रिज

इंदौर, अमित जलधारी। शहर में किसी टाउनशिप (township) के लोगों की आवाजाही आसान करने के लिए प्रदेश सरकार रेल ओवरब्रिज (rail overbridge) का निर्माण कराएगी। प्रदेश के बजट में इंदौर की सिंगापुर टाउनशिप (Singapore Township of Indore) और उससे जुड़ी दूसरी छोटी-बड़ी कॉलोनियों के लिए रेल ओवरब्रिज बनाने की स्वीकृति दी गई है। ब्रिज बनने से क्षेत्र के हजारों रहवासियों को फायदा होगा। खासतौर पर हर साल मानसून सीजन में तेज बारिश के दौरान यह पूरा क्षेत्र टापू बनकर रह जाता है। फिलहाल यहां रोड अंडरब्रिज है, जहां रेलवे ट्रैक के नीचे से बनाए गए रास्ते से लोगों की आवाजाही होती है। बारिश में ढलान के कारण पूरे क्षेत्र का पानी रोड अंडरब्रिज के नीचे आकर जमा हो जाता है और रहवासी शहर से कट जाते हैं या उन्हें मांगलिया होकर या दूसरे लंबे वैकल्पिक रास्तों से जैसे-तैसे आना-जाना करना पड़ता है।

रेल ओवरब्रिज क्षेत्र की इस बड़ी समस्या से निजात दिला देगा। यह काम पीडब्ल्यूडी करेगा। बजट में टू लेन ब्रिज के लिए 40.25 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। रेल ओवरब्रिज की लंबाई लगभग 700 मीटर होगी और यह 9.36 मीटर ऊंचा होगा। राज्य शासन की मंशा है कि इसी साल प्रोजेक्ट का मैदानी काम शुरू हो जाए। बजट में मंजूरी मिलने के बाद पीडब्ल्यूडी ने रेल ओवरब्रिज के प्रस्तावित स्थानों के आसपास मेजरमेंट का काम शुरू कर दिया है, साथ ही बोरिंग कर भूमिगत सर्वे भी शुरू हो गया है। बोरिंग करके यह देखा जाता है कि ब्रिज के पिलर के लिए चट्टान कितनी गहराई में है और मिट्टी किस तरह की है? उसी के आधार पर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार होती है।


कुछ बिल्डिंगों के हिस्से और दुकानें तोडऩा पड़ेंगी, मुआवजा भी देंगे
सूत्रों ने बताया कि रेल ओवरब्रिज के कारण दो-तीन बिल्डिंगों को आंशिक रूप से तोडऩा पड़ेगा। ये रहवासी इमारतें चार-पांच मंजिला हैं, जो मौजूदा रोड अंडरब्रिज के आसपास बनी हैं। इसके अलावा कुछ दुकानें भी प्रस्तावित रेल ओवरब्रिज की जद में आ रही हैं। ब्रिज निर्माण के लिए उनके भी हिस्से तोड़े जाएंगे। हालांकि, पीडब्ल्यूडी को इन निर्माणों को हटाने के बदले प्रभावित परिवारों और दुकानदारों को मुआवजा भी देना पड़ेगा, जिसका प्रस्ताव डीपीआर में जोड़ा जाएगा। विभाग ने डीपीआर बनाने का काम तेजी से शुरू कर दिया है

इन क्षेत्रों के लोगों को भी मिलेगा फायदा
ब्रिज बनने से सिंगापुर टाउनशिप, सिंगापुर फेज-1, सिंगापुर फेज-2, ग्रीन व्यू, ज्ञानशिला, सुपर सिटी, सांई सिटी, श्रीनाथ सिटी, ब्रिटिश पार्क-1 और ब्रिटिश पार्क-2 आदि कॉलोनियों के हजारों मकानों में रहने वाले लोगों को राहत मिलेगी। बीते वर्षों में इस क्षेत्र में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग और जिला प्रशासन ने क्षेत्र में कई टाउनशिपों को मंजूरी दी है, जबकि अब तक ढंग का रास्ता उपलब्ध नहीं है।

शासन ने ताबड़तोड़ 25 मार्च तक मांगी डीपीआर
इसी साल प्रदेश के बजट में मंजूरी मिलने के बाद पीडब्ल्यूडी मुख्यालय ने इंदौर की ब्रिज सेल से ताबड़तोड़ सिंगापुर टाउनशिप रेल ओवरब्रिज के लिए डीपीआर 25 मार्च तक भेजने के निर्देश दिए हैं। इसका सीधा मतलब यह है कि यह काम सर्वोच्च प्राथमिकता से होना है। डीपीआर की स्वीकृति के साथ ही ब्रिज निर्माण के लिए टेंडर बुलाने की प्रक्रिया शुरू होगी। माना जा रहा है कि 2023 के मध्य तक ब्रिज निर्माण कार्य की शुरुआत हो सकती है।

इंदौर के लिए एक ही स्वीकृति मिली
सूत्रों ने बताया कि इंदौर शहर के लिए 2023 के प्रदेश बजट में इकलौते ब्रिज के रूप में सिंगापुर टाउनशिप का ही एकमात्र ब्रिज मंजूर हुआ है, जबकि शहर के चार अन्य रेल ओवरब्रिजों के प्रस्ताव पहले से बजट स्वीकृति के बावजूद लंबित पड़े हैं। सरकार ने उनके लिए किसी तरह के दिशानिर्देश नहीं दिए हैं। इंदौर शहर के अलावा इंदौर संभाग के खरगोन जिले में तीन पुल बनाने की भी स्वीकृति इस साल के बजट में दी गई है।

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