नई दिल्ली । पाकिस्तान(Pakistan) में सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court) के वरिष्ठतम न्यायाधीश (senior-most judge)जस्टिस सैयद मंसूर अली शाह(Syed Mansoor Ali Shah) ने कार्यवाहक चीफ जस्टिस(Acting Chief Justice) के रूप में शपथ ली है। उन्हें तीन दिन के लिए देश का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। यह आमतौर पर औपचारिक और शांत आयोजन होता है, लेकिन दो खास वजहों से चर्चा का केंद्र बन गया है।
पाकिस्तान में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में मंसूर अली शाह की नियुक्ति दो वजहों से चर्चा बटोर रही है। पहली वजह है- यह शपथ बकरीद की छुट्टी यानी सार्वजनिक अवकाश के दिन ली गई, जब सामान्यत: सरकारी दफ्तर बंद रहते हैं और कोई भी आधिकारिक समारोह आयोजित नहीं किया जाता। दूसरी बड़ी बात — यह शपथ इस्लामाबाद स्थित सुप्रीम कोर्ट मुख्यालय के बजाय लाहौर रजिस्ट्री परिसर के बाहर खुले में कराई गई, जो एक अभूतपूर्व फैसला रहा। पाक सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में यह शायद पहली बार है जब देश के शीर्ष न्यायिक पद की शपथ राजधानी से बाहर और खुले में कराई गई हो।
मुख्य न्यायाधीश कहां हैं
जस्टिस मंसूर अली शाह को 7 जून से 10 जून तक के लिए कार्यवाहक प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। वर्तमान चीफ जस्टिस जस्टिस याह्या अफरीदी हज पर सऊदी अरब गए हुए हैं और अगले सप्ताह तक वापस लौटेंगे। इस विशेष मौके पर जस्टिस आयशा ए. मलिक ने जस्टिस शाह को शपथ दिलाई। यह भी एक खास बात थी क्योंकि देश में सुप्रीम कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश की शपथ महिला न्यायाधीश द्वारा कराई जाना एक दुर्लभ अवसर माना जाता है।
तीन दिन का कार्यकाल
इस समारोह में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस शाहिद वहीद, जस्टिस आमिर फारूक, जस्टिस शाहिद बिलाल हसन और जस्टिस अली बाक़र नजाफी भी मौजूद रहे। इसके अलावा एडवोकेट जनरल पंजाब अमजद परवेज और कई वरिष्ठ वकील भी मौजूद थे।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved