गुवाहाटी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज असम के दौरे पर है. उन्होंने वहां के कार्बी आंगलोंग जिले के दीफू में ‘शांति, सद्भाव और विकास’ रैली को संबोधित किया. इस मौके पर पीएम ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में कार्बी आंगलोंग भी शांति और विकास के नए भविष्य की तरफ बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री ने इस दौरान 2950 से अधिक अमृत सरोवर परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी. इन सरोवरों को राज्य सरकार 1150 करोड़ रुपये की लागत से विकसित करेगी. पीएम मोदी ने डिब्रूगढ़ कैंसर अस्पताल के अलावा छह अन्य कैंसर अस्पतालों को भी राष्ट्र को समर्पित किया. साथ ही 7 नए कैंसर अस्पतालों की आधारशिला भी रखी.
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार, जहां भी हो वहां सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से काम करती है. साथ ही उन्होंने कहा कि आज ये संकल्प कार्बी आंगलोंग की इस धरती पर फिर सशक्त हुआ है. आईए एक नज़र डालते हैं उनके संबोधन की खास बातों पर…..
पीएम मोदी ने कहा, ‘आजादी के अमृतकाल में कार्बी आंगलोंग भी शांति और विकास के नए भविष्य की तरफ बढ़ रहा है.अब यहां से हमें पीछे मुड़कर नहीं देखना है. आने वाले कुछ वर्षों में हमें उस विकास की भरपाई करनी है, जो बीते दशकों में नहीं कर पाए थे.’
पीएम ने कहा, ‘असम की स्थायी शांति और तेज विकास के लिए जो समझौता हुआ था. उसको जमीन पर उतारने का काम आज तेज गति से चल रहा है. हथियार छोड़कर जो साथी राष्ट्र निर्माण के लिए लौटे हैं, उसके पुनर्वास के लिए भी बेहतर काम किया जा रहा है.’
पीएम मोदी बोले- राष्ट्र के विकास के लिए राज्य का विकास और राज्य के विकास के लिए नगरों का, गांवों को विकास बहुत जरूरी है. गांवों का सही विकास तभी संभव है, जब स्थानीय आवश्यकताओं के, स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार विकास योजनाएं बनें और उन पर सही अमल किया जाए.
पीएम ने कहा, ‘आज असम में भी 2600 से अधिक अमृत सरोवर बनाने का काम शुरु हो रहा है. सरोवरों का निर्माण पूरी तरह से जनभागीदारी पर आधारित है. ऐसे सरोवरों की तो जनजातीय समाज में एक समृद्ध परंपरा रही है. इससे गांवों में पानी के भंडार तो बनेंगे ही, इसके साथ-साथ ये कमाई के भी स्रोत बनेंगे.’
पीएम मोदी ने कहा, ‘डबल इंजन की सरकार, जहां भी हो वहां सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से काम करती है. आज ये संकल्प कार्बी आंगलोंग की इस धरती पर फिर सशक्त हुआ है. असम की स्थाई शांति और तेज़ विकास के लिए जो समझौता हुआ था, उसको ज़मीन पर उतारने का काम तेज़ी से चल रहा है.’
PM मोदी ने कहा ये सुखद संयोग है कि आज जब देश आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तब हम इस धरती के महान सपूत लचित बोरफुकान की 400वीं जन्मजयंति भी मना रहे हैं. उनका जीवन राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रशक्ति की प्रेरणा है. कार्बी आंगलोंग से देश के इस महान नायक को मैं नमन करता हूं.
2014 के बाद से नॉर्थ ईस्ट में मुश्किलें कम हो रही हैं, लोगों का विकास हो रहा है. आज जब कोई असम के जनजातीय क्षेत्रों में आता है, नॉर्थ ईस्ट के दूसरे राज्यों में जाता है, तो हालात को बदलते देखकर उसे भी अच्छा लगता है: PM
पीएम ने कहा, ‘पिछले वर्ष सितंबर में कार्बी आंगलोंग के अनेक संगठन शांति और विकास के संकल्प से जुड़े. 2020 में बोडो समझौते ने स्थाई शांति के नए द्वार खोले. असम के अलावा त्रिपुरा में भी NLFT ने शांति के पथ पर कदम बढ़ाए.करीब ढाई दशक से जो ब्रू-रियांग से जुड़ी समस्या चल रही थी, उसको भी हल किया गया.’
’मुझे जब-जब आपके बीच आने का मौका मिला है, आपका भरपूर प्यार, आपका अपनापन देखकर ऐसा लगता है कि जैसे ईश्वर का आशीर्वाद मिल रहा है. इतनी बड़ी संख्या में आप लोग यहां आए हैं, वो भी अपनी परंपरागत वेशभूषा में आए हैं, इसके लिए मैं आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं.’
PM ने कहा, ‘आज़ादी के इस अमृतकाल में कार्बी आंगलोंग भी शांति और विकास के नए भविष्य की तरफ बढ़ रहा है. अब यहां से हमें पीछे मुड़कर नहीं देखना है. आने वाले कुछ वर्षों में हमें मिलकर उस विकास की भरपाई करनी है, जो बीते दशकों में हम नहीं कर पाए.’
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