सोतीगंज: मेरठ (Meerut) का सोतीगंज मार्केट (Sotiganj market) अवैध वाहन कटान (vehicle cutting) के लिए प्रसिद्ध था. सोतीगंज में चोरी की गाड़ियां काटी जाती थीं, लेकिन मेरठ के सोतीगंज मार्किट में हो रहे अवैध कटान को पूर्व में SSP रहे प्रभाकर चौधरी (Prabhakar Chaudhary) ने अपने कार्यकाल में बंद करवा दिया था. इसके बाद आसपास के जिलों से अक्सर ये सुनने को मिलता था कि अब चोरी की गाड़ियां वहां काटी जा रही हैं.
हालांकि अब ये सामने निकलकर आया है कि मेरठ जोन के बुलंदशहर जिले के खुर्जा थाने से मात्र 300 मीटर की दूरी पर स्क्रैप की अनुमति की आड़ में चोरी की गाड़ियां अवैध रूप से काटी जा रही थीं. जिस पर मेरठ जोन के ADG डी.के ठाकुर ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अपनी नाराजगी जताई. ADG मेरठ जोन डी.के ठाकुर ने बुलंदशहर के SSP श्लोक कुमार को पत्र जारी कर दिया और 15 दिन में इस पूरे मामले की आख्या पेश करने के आदेश जारी किए.
मेरठ जोन ADG डी.के ठाकुर अपनी ईमानदार छवि के लिए माने जाते हैं. ADG को जानकारी मिली थी कि बुलंदशहर के खुर्जा थाने से मात्र 300 मीटर की दूरी पर चोरी के वाहनों का कटान चल रहा है. इसी पर ADG ने बुलंदशहर पुलिस की क्लास लगा दी. SSP को पत्र जारी कर ADG डी.के ठाकुर ने कहा कि, “मेरे संज्ञान में आया है कि थाना खुर्जा देहात से महज 300 मीटर की दूरी पर अवैध तरीके से गाड़ियों का कटान हो रहा था.
स्क्रैप की अनुमति की आड़ में चोरी की गाडियां काटी जा रही थीं और बिना चालान भरे गाडियां काटी जा रही थीं. पुलिस द्वारा सम्भवत: इस गोदाम को सील कर दिया गया है और फैक्टरी संचालक सहित तमाम लोगों के खिलाफ FIR पंजीकृत किया गया है. प्रथम दृष्टया यह ज्ञात हुआ है कि इस फैक्टरी में बड़े पैमाने पर चोरी की गाडियों की अवैध कटान की जा रही थी.
ADG मेरठ जोन डी.के ठाकुर ने बुलंदशहर पुलिस को अंदेशा जताते हुए कहा कि थाने से महज 300 मीटर की दूरी पर चोरी की गाडियों का अवैध कटान या तो थाना पुलिस के संरक्षण में हो रहा होगा या यह थाना पुलिस की स्पष्ट अकर्मण्यता और गंभीर लापरवाही का प्रतीक है कि उसे इस अवैध धंधे की कोई जानकारी न हो और इस संबंध में उसने कोई कार्रवाई न की हो. इससे साफ होता है कि ADG मेरठ जोन को थाना पुलिस की संलिप्ता का अंदेशा है.
ADG मेरठ जोन डी.के ठाकुर ने बुलंदशहर के SSP से इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी से जांच कराने को कहा. उन्होंने कहा कि थाना पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों की इस अवैध कटान के प्रकरण में संलिप्तता और लापरवाही की प्रारंभिक जांच कराकर संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए प्रारंभिक जांच आख्या अपनी स्पष्ट टिप्पणी या संस्तुति सहित पुलिस महानिरीक्षक, मेरठ परिक्षेत्र के माध्यम से कार्यालय को 15 दिवस के अंदर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved