इंदौर न्यूज़ (Indore News)

नया काम करेंगे डाकिए, न चिट्ठी रही न संदेश, न बचा डाकिए का इंतजार, वर्दी वही, काम नया

  • गिफ्ट हो या लगेज, पार्सल पैकिंग करेगा डाक विभाग , अपना व्यवसाय खोलिए, पैम्पलेट बांटेंगे, मार्केटिंग करेंगे डाकिए, घर बदलिए या दुकान
  • सामान शिफ्ट करेंगे डाक विभाग के कर्मचारी

इंदौर। अब न चिट्ठी बची न संदेश। आधुनिक युग में मोबाइल, ई-मेल जैसी अनेक सुविधाओं के चलते डाक विभाग का काम लगभग समाप्त हो चुका है। अब वह सिर्फ स्पीड पोस्ट या रजिस्टर्ड अदालती नोटिस भेजने का काम कर रहा है। ऐसे में डाक विभाग के हजारों कर्मचारियों का छिनता रोजगार बचाने के लिए विभाग ने पार्सल पैकिंग, पैम्पलेट बांटने से लेकर मार्केटिंग और घर-दुकान का सामान शिफ्ट कराने का काम लेना शुरू कर दिया है।

राखी और दीपावली के मौके पर डाक विभाग के पास पार्सल का लोड बढ़ जाता है। देश के सभी हिस्सों के अलावा इंदौर से कनाडा, यूके, यूएस और ऑस्ट्रेलिया बड़ी संख्या में पार्सल भेजे जाते हैं। कल शुरू की गई यूनिट के बाद अब कोई भी भेजी जाने वाली चीजों को बिना पैक किए ले जाकर पार्सल को वहीं पैक करवा सकेगा। हालांकि फिलहाल ये सुविधा केवल इंदौर जीपीओ में ही शुरू की गई है। प्रबंधक बिजनेस पोस्ट सेंटर श्रीनिवास जोशी ने बताया कि कर्मचारियों को इसके लिए ट्रेनिंग दी गई है। कर्मचारी ही सामान लेकर पार्सल भेजने वाले से तमाम जानकारी लेकर पैकिंग करेंगे। इसके अलावा घर-घर पैम्पलेट बांटकर न केवल बिजनेस की मार्केटिंग करेंगे, बल्कि उत्पाद की जानकारी भी देने का काम डाक विभाग द्वारा किया जाएगा। इसके लिए विभाग ने हर पोस्ट ऑफिस पर सुविधाएं चालू कर दी हैं। डाक विभाग इंदौर के डिवीजनल हेड एसके दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि डाक विभाग के माध्यम से जीवन बीमा, मियादी बीमा, चिल्ड्रन पॉलिसी सुरक्षा, युगल सुरक्षा, सुमंगल आदि की सुविधाएं भी दी जा रही हैं। विभाग आधार कार्ड बनाने से लेकर मेडिकल पॉलिसी और पेंशन योजना में लाभ दिलाने का काम कर रहा है।


यह रखी है पैकिंग की दरें
जोशी के मुताबिक पार्सल पैकिंग के लिए प्लास्टिक फ्लेयर के साथ ही गत्ते के बॉक्स, स्ट्रेपिंग रोल, स्ट्रेच रैप, प्लास्टिक फिल्म, क्लिप, बबल रैप जैसा पैकिंग मटेरियल इस्तेमाल किया जाएगा। फिलहाल डाक विभाग ने इसके लिए शुल्क भी साइज के अनुसार निर्धारित किया है। यहां पैकिंग करवाने पर प्लास्टिक फ्लेयर के लिए 5 रुपए और 7 रुपए निर्धारित, बॉक्स पैकिंग में वजन के अनुसार 2 किलो तक के लिए 45 रुपए, 5 किलो तक के लिए 73 रुपए और 10 किलो तक के लिए 79 रुपए चुकाना होंगे। अधिकारियों के मुताबिक दीपावली को देखते हुए इस समय इसे शुरू किया गया है। बड़ी संख्या में इंदौर से दीपावली के मौके पर बाहर पार्सल भेजे जाते हैं। इनमें निजी तौर पर पार्सल भेजने वालों के साथ ही कॉर्पोरेट कंपनी और अन्य विभाग भी शामिल होते हैं।

पैकिंग के लिए सामान लाना होगा विभाग में…
डाक विभाग की पैकिंग सुविधा में 20-20 किलो के बॉक्स तैयार करवाए जाएंगे, जिनमें घर के जरूरी सामान से लेकर किचन के बर्तन से लेकर शिफ्टिंग का सामान भी भेजा जा सकेगा। विभाग के अधिकारियों के अनुसार 20-20 किलो के बॉक्स कितनी भी संख्या में भेजे जा सकेंगे। विभाग में तैनात 280 डाकिए शहर के किसी भी कोने में सामान की डिलीवरी सुरक्षित तरीके से करेंगे। हालांकि विभाग किसी भी प्राइवेट ट्रेवल्स कंपनी से सहायता न लेकर खुद के वाहनों को तैयार कर रहा है। डाक विभाग के माध्यम से इंश्योरेंस पॉलिसी, दुर्घटना बीमा, लाइफ इंश्योरेंस का लाभ भी दिलाया जा रहा है। अटल पेंशन योजना के तहत 18 साल से 40 साल तक के युवा अपनी पेंशन का प्लान भी कर रहे है। विभाग के अधिकारियों के अनुसार पुलिस ट्रेनिंग स्कूल, स्वास्थ्य विभाग में दर्ज सभी प्राइवेट व सरकारी अस्पतालों में योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के लिए कैम्प लगाए जा रहे हैं।

105 लाल डब्बे ही बचे शहर में,उनमे भी न के बराबर चि_ियां
इंदौर शहर की सीमा बढ़ गई है, लेकिन लाल डिब्बों की संख्या बढऩे की जगह कम होती जा रही है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 135 लाल डिब्बे शहर के विभिन्न डाकघरों और चौराहों पर लगाए गए थे, लेकिन अब इन्हें कम कर 105 कर दिया गया है। हालांकि लेटर बॉक्स डिजिटल कर दिए गए हैं, जिसके तहत किस समय कितनी डाक निकाली गई इसकी पूरी जानकारी ऑनलाइन प्राप्त हो जाती है, लेकिन इसके उलट यदि देखा जाए तो जीपीओ, एमजी रोड मुख्य कार्यालयों पर अलग-अलग सिटी के हिसाब से 4-4 डिब्बे लगाए गए थे, लेकिन अब उन्हें भी अलविदा कह दिया गया है।

Share:

Next Post

इंदौर के 19 कॉलेजों में स्टूडेंट-पुलिस कैडेट योजना

Thu Sep 22 , 2022
कलेक्टर ने कुलपति के साथ साइन किया एमओयू, युवाओं को नशीले पदार्थों से दूर रहने और सोशल मीडिया के सही इस्तेमाल की भी दी सलाह इंदौर। जिला प्रशासन और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के बीच स्टूडेंट-पुलिस कैडेट योजना को लेकर एक महत्वपूर्ण एमओयू साइन किया गया। कलेक्टर मनीष सिंह और कुलपति श्रीमती रेणु जैन ने यह […]