नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) अपनी तीन दिन की अमेरिकी यात्रा के समापन (the conclusion of the american tour) पर शनिवार को स्वदेश के लिए रवाना हो गए।
अमेरिकी यात्रा के अंतिम कार्यक्रम के रूप में उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें अधिवेशन को संबोधित किया। अपने संबोधन में मोदी ने आतंकवाद और उग्रवादी विचारधारा के खतरे के प्रति दुनिया को आगाह किया। पाकिस्तान का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि जो लोग आतंकवाद को राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करते हैं उन्हें यह याद रखना चाहिए कि वह स्वयं इसका शिकार बन सकते हैं। मोदी ने अफगानिस्तान में आतंकवाद पर अपने और वहां से आतंकवादी हमले होने की आशंका के प्रति भी दुनिया को सावधान किया।
प्रधानमंत्री 157 प्राचीन कलाकृतियों और पुरातत्व सामग्री साथ ला रहे हैं। अमेरिकी सरकार ने यह कलाकृतियां उन्हें सौंपी है। इनमें 12वीं शताब्दी की एक नटराज की मूर्ति भी शामिल है।
लगभग 45 कलाकृतियां ऐसी है जो ईसा पूर्व की हैं तथा हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म से संबंधित हैं। इनमें लक्ष्मी नारायण, भगवान बुद्ध, विष्णु, शिव व पार्वती, जैन तीर्थंकर आदि से जुड़ी कलाकृतियां भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने इन प्राचीन कलाकृतियों को भारत को सौंपे जाने के लिए अमेरिकी सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि राष्ट्रपति जो बाइडेन प्राचीन कलाकृतियों की चोरी, अवैध व्यापार और तस्करी को खत्म करने के लिए कृत संकल्प हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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