ताइपे। चीन (china) की विस्तारवादी नीतियों (Expansionary policies) के खिलाफ ताइवान(Taiwan) की राजधानी ताइपे (Capital Taipei) में सैकड़ों लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने 10 मार्च को दुनियाभर के लोगों से चीन के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की। बता दें कि 10 मार्च 1959 को चीन ने तिब्बत पर हमला करके उसे अपने कब्जे में ले लिया था। इस दिन को तिब्बत के लोग राष्ट्रीय विद्रोह दिवस के तौर पर मनाते हैं।
ह्यूमन राइट्स नेटवर्क फॉर तिब्बत एंड ताइवान(Human Rights Network for Tibet and Taiwan) के अध्यक्ष ताशी सेरिंग ने कहा, ‘क्या किसी को अपने घर जाने के लिए अनुमति की जरूरत होती है। हम तिब्बती लोग 62 साल से अपने घर जाने की कोशिश कर रहे हैं।’
प्रदर्शनकारियों ने एक रैली भी निकाली। इस दौरान वे तिब्बत को स्वतंत्र करो और दलाई लामा अमर रहे जैसे नारे लगा रहे थे। रैली में शामिल होने वालों में ताइवान के सभी राजनीतिक दलों के लोग शामिल थे।
‘फोकस ताइवान’ नाम के समाचार पत्र के अनुसार आयोजक 10 मार्च को ताइपे के फ्रीडम स्क्वायर में इसी तरह का एक और आयोजन करने की योजना तैयार कर रहे हैं।
बता दें कि चीन ताइवान को हमेशा अपने देश का हिस्सा मानता रहा है। कई मौकों पर वह ताइपे को बलपूर्वक चीन में मिलाने की भी धमकी दे चुका है।
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