उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News) मध्‍यप्रदेश

रेलवे ने महाकाल की नगरी को दी एक और बड़ी सौगात

उज्जैन: मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी (Religious city of Madhya Pradesh) में फिर एक बार रेलवे (railway) ने देश भर के दर्शनार्थियों को उज्जैन (Ujjain) इंदौर (Indore) देवास (dewas) के युवाओं, ग्रामीणों किसानों (villagers farmers) व जनजन को बड़ी सौगात दी है. शुक्रवार को जिले में चिंतामन गणेश, लेकोड़ा, फतेहाबाद व चंद्रावातीगंज स्टेशन (Fatehabad and Chandrawatiganj station) के लोकार्पण के एक दिन बाद अब रविवार को विक्रम नगर व कथा रेलवे स्टेशन का उद्घाटन सांसद अनिल फिरोजिया, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, महापौर मुकेश टटवाल, रतलाम मंडल रेलवे डीआरएम सहित कई जनप्रतिनिधि व रेलवे के अधिकारियों की मौजूदगी में संपन्न हुआ. रेलवे पी.आर.ओ खेमराज मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि कुल 5 करोड़ 50,000 रुपये इसकी लागत आई है और आने वाले समय में कई ट्रेनें यहां रुकेगी क्योंकि डबलिंग का कार्य भी पूरा हो चुका है.

सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि ये डबल इंजन की सरकार है. पहले कहा जाता है कि जब सिंहस्त आएगा उज्जैन में तब विकास होगा. अब ये बात बदल गई है. दिन ब दिन विकास कार्य हो रहे हैं. प्रधानमंत्री व रेल मंत्री को मैं धन्यवाद देना चाहता हूं कि हर रोज धार्मिक नगरी में आने वाले बड़ी संख्या में दर्शनार्थियों, क्षेत्र के किसान, युवाओं छात्र छात्राओं के लिए पहले चिंतामन रेलवे स्टेशन, फतेहाबाद, चंद्रावतीगंज और अब विक्रम नगर व कड़छा रेलवे स्टेशन का लोकार्पण हुआ है.


मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि देश व प्रदेश की जनता को हमारे यहां होने वाले कार्यों की बात करने की सबको आवश्यकता है, विकास की इन बातों को अब जनता के बीच पहुंचाए बिना बात नहीं बनेगी क्या कारण है कि राजमार्ग अब बन रहे हैं. 1947 में राजमार्ग बन जाते तो उज्जैन कहां से कहां जा सकता था. ये सब सौगात पहले क्यों नहीं मिली किसने हाथ पकड़ा किसने रोका था. किसके शासन काल में उज्जैन के कई बड़े उद्दोग बंद हो गए ये पाप किसके सर पर है ये याद दिलाने की जरूरत है अब. उन्होंने पाप किया, हमने सोयाबीन प्लांट पर विकास किया. कपड़ा फैक्टिरी में अब 4,000 बहनों को रोजगार मिलेगा. महाकाल मंदिर तो पहले से बना है, लेकिन विस्तार भाजपा ने किया 1 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. जब जनता के बीच जनादेश के लिए हम जाते हैं तो 56 इंच की छाती होना चाहिए हमें इस बात में कोई संकोच नहीं हैं.

वहीं मंत्री ने कर्नाटक चुनाव में हार को लेकर कहा कि यह लोकतंत्र की खूबसूरती है. हार जीत चलती रहती है. हमारी कोई हार नहीं हुई है कि जनादेश है और स्वीकार है. हां कांग्रेस कभी अपनी बातों पर खरी नहीं उतरी है. अब देखना होगा कि वह किस तरह कार्य करती है. मैं मानता हूं कि कांग्रेस को उम्मीद से अधिक समर्थन कर्नाटक में मिला है तो मैं जनता के जनादेश को स्वीकार करता हूं. मध्य प्रदेश की तरह नाटक बस कांग्रेस वहां नहीं करें. यह जरूर ध्यान रखें क्योंकि झूठ बोलकर यहां पर सरकार बनाई थी तो ध्यान रखें कांग्रेस राजस्थान जीता जागता उदाहरण है. वहां भी यही सब चल रहा है. मध्य प्रदेश में भाजपा मजबूत है. कांग्रेस को सिर्फ लड़ने झगड़ने से फुर्सत नहीं है वह अपने घर के झगड़े नहीं सुलझा पा रहे हैं.

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