भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

आमजन में सिकल सेल एनीमिया के प्रति जागरूकता बढ़ाएं

  • राज्यपाल ने स्वास्थ्य शिविर में लोगों से कहा

भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने अनुसूचित जनजाति और आमजन में सिकल सेल एनीमिया के प्रति जागरूकता बढ़ाने का आहवान किया है। राज्यपाल अनुसूचित जनजाति में होने वाली अनुवांशिक बीमारी सिकल सेल एनीमिया को दूर करने के लिये देवास जिले के पुंजापुरा में सिकल सेल एनीमिया स्वास्थ्य शिविर में जनता से रू-ब-रू हुए। उन्होंने पुंजापुरा में कन्या छात्रावास परिसर में पौध-रोपण किया, आंगनवाड़ी केन्द्र में बच्चों से मुलाकात की। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही लक्ष्मण सिंह के घर भोजन किया और ग्राम बरझाई में स्व-सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात की।



पटेल ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया के निवारण के लिये प्रदेश में आमजन को जागरूक करने का भरसक प्रयत्न किया जा रहा है। उन्होंने पुंजापुरा में जनजाति के लोगों को बीमारी के प्रति जागरूक होने और समाज के अन्य वर्गों के युवाओं से जनजातीय वर्ग को इस बीमारी से निजात दिलाने के लिये आवश्यक जागरूकता का प्रचार-प्रसार करने का आहवान किया। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के 14 अनुसूचित जनजाति बहुल जिलों में जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। जिलों की रेडक्रास सोसायटी को उपचार के लिये ढाई-ढाई लाख रुपए की राशि दी गई है। उन्होंने कहा कि बीमारी से निजात पाने के लिये जरूरी है कि विवाह के पहले युवक-युवती अपने खून की जाँच करा कर दोनों में बीमारी के लक्षण पाये जाने पर विवाह न कर संतान में इस अनुवांशिक बीमारी के प्रसार को रोकने की पहल करें। हर प्रकार के नशे से दूर रहें। बच्चों को शिक्षा से बेहतर भविष्य बनाने में अपना योगदान दें।

कन्या छात्रावास की बालिकाओं को दिये उपहार
राज्यपाल ने पुंजापुरा के कन्या छात्रावास में बालिकाओं से मुलाकात की। उन्होंने बालिकाओं से देश के प्रधानमंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री और राज्यपाल संबंधी सामान्य प्रश्न किये। बालिकाओं द्वारा सही उत्तर दिये जाने पर उन्हें उपहार भेंट किए। उन्होंने छात्रावास परिसर में आम का पौधा लगाया और सभी से पौध-रोपण की अपेक्षा की।

Share:

Next Post

महिला अपराधों पर लगाम कसने में फिसड्डी हैं 47 जिले

Sun Nov 6 , 2022
चिन्हित अपराधों पर कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री ने दिया ब्यौरा भोपाल। हाल ही में प्रदेश सरकार की मंत्री ऊषा ठाकुर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने वाले दरिंदों को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद भी जीवित रहने पर सवाल उठाए थे। साथ ही दरिंदों को चौराहे […]