मनोरंजन

रत्ना पाठक ने शादी के बाद नहीं बदला था धर्म, बताई इसके पीछे की वजह

मुंबई। नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) अपनी प्रोफेशनल लाइफ के साथ-साथ पर्सनल लाइफ को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। उन्होंने एक्ट्रेस रत्ना पाठक शाह से 1982 में शादी की थी। उनकी शादी को 41 साल हो गए हैं और अब सालों बाद नसीरुद्दीन (Naseeruddin) ने बताया कि रत्ना (Ratna) ने शादी के बाद धर्म क्यों नहीं बदला था। इसके अलावा उन्होंने हाल ही में चल रहे राजनीतिक माहौल पर नाराजगी जाहिर की है जिससे उनकी शादी पर सवाल खड़े हो रहे हैं।


पत्नी के धर्म पर बोले
नसीरुद्दीन ने एक ओपन लेटर लिखा जिसमें वह इस बारे में बात कर रहे हैं कि कैसे इतने साल की उनकी शादी पर कुछ गलत सवाल खड़े हो रहे हैं। उन्होंने लिखा, ‘मुझे किसी हिंदू से शादी करने में कोई झिझक नहीं थी और ना ही उन्हें किसी मुस्लिम से। मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक पूर्व कैबिनेट मंत्री का पार्टनर ऐसा करेगी, मुझे धमकी दी कि किसी ने तब तुम्हें कुछ नहीं बोला जब तुमने अपने धर्म के बाहर शादी की। मुझ पर लव जिहाद का आरोप लगाया और उनकी बातों से साफ पता चल रहा है कि वह कहना चाहते हैं कि मेरा टाइम हो गया है।’

मां ने पूछा था एक बार
नसीरुद्दीन ने आगे कहा, ‘आज तक सिर्फ एक ही बार इस सब्जेक्ट पर हमारे घर में बात हुई मां के द्वारा और उन्हें भी जब पता चला कि रत्ना धर्म नहीं बदलेगी तो उन्होंने कहा था, हां मजहब कैसे बदला जा सकता है।’

40 साल से हिंदू-मुस्लिम साथ
नसीरुद्दीन ने यह भी कहा कि मेरा और रत्ना का साथ ही ये प्रूफ है कि हिंदू और मुस्लिम साथ रह सकते हैं। तो वो कौन होते हैं बोलने वाले और हमारे रिश्ते पर सवाल खड़ा करने वाले। क्या ये पार्टिशन के दौरान बोए गए नफरत के बीज धीरे-धीरे अंकुरित हो रहे हैं?’

रत्ना का परिवार था खिलाफ
इससे पहले एक इंटरव्यू में नसीरुद्दीन ने बताया था कि जब उन्हें पता चला कि वह और रत्ना एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं तो उन्हें लगा कि नसीरुद्दीन ड्रग्स लेते होंगे। इसके अलावा उन्हें लगा नहीं था कि नसीरुद्दीन, रत्ना से शादी करेंगे क्योंकि उनका पहले तलाक हो गया था। हालांकि रत्ना अपने परिवार से लड़ीं और उन्होंने अपने रिश्ते को हारने नहीं दिया।

Share:

Next Post

महिलाओं और पुरुषों में अलग-अलग होते हैं कार्डियक अरेस्ट के लक्षण, ऐसे करें पहचान

Tue Aug 29 , 2023
नई दिल्‍ली (New Dehli) । बीते कुछ समय में देश (Country) में लगातार दिल से जुड़ी बीमारियों (diseases) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इन दिनों न सिर्फ बुजुर्गों (elders) बल्कि युवाओं (youth) में भी लगातार कार्डियक अरेस्ट (cardiac arrest) या हार्ट अटैक (heart attack) के मामले सामने आ रहे हैं। दिल से जुड़ी […]