नई दिल्ली। देश (Country) में वंदे भारत ट्रेनों (vande bharat trains) का विस्तार फुल स्पीड (full speed) से किया जा रहा है। इस समय हर राज्य में वंदे भारत चलाने की योजना चल रही है। बड़ी बात ये है कि आने वाले दिनों में लोगों का वंदे भारत का भी बेटर वर्जन (better version) देखने को मिलने वाला है। इसी कड़ी में बताया जा रहा है कि अगले साल फरवरी तक वंदे भारत स्लीपर लॉन्च (Vande Bharat Sleeper Launch) की जा सकती है।
जानकार मानते हैं कि उन स्लीपर ट्रेनों में राजधानी को रिप्लेस (replace the capital) करने का दम है। इसके ऊपर उन ट्रेनों में ऐसी सुविधा दी जाएंगी कि यात्री बार-बार उससे सफर करना चाहेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नई वंदे भारत ट्रेनों में ज्यादा आरामदायक सीटें रहेंगी, हर सीट के साथ फोन और लैपटॉप चार्ज का प्वाइंट भी दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि ट्रेन में कुल 16 कोच रहेंगे, जहां पर एक फर्स्ट टायर एसी कोच, चार दो टायर और 11 तीन टायर एसी कोच।
अभी इस समय जो भी ट्रेनें रहती हैं, वहां पर एक बर्थ से दूसरी बर्थ पर चढ़ना भी काफी मुश्किल रहता है। स्टील की जो सीढियां रहती हैं, उन पर चढ़ना काफी मुश्किल हो जाता है। बताया ये जा रहा है कि वंदे भारत स्लीपर ने इसका समाधान भी निकाल लिया है। अब सॉफ्ट कुशन वाली ऐसी सीटें रहेंगी जिनके जरिए आसानी से एक बर्थ से दूसरी बर्थ पर भी जाया जा सकेगा।
जानकारी के लिए बता दें कि वंदे भारत पूरी तरह स्वदेशी ट्रेन है, जिसका इंजन यहां बनता है, कोच यहां बनता है। इस ट्रेन में कई ऐसी सुविधाएं हैं जो दूसरी ट्रेनों में नहीं मिलती्ं। जीपीएस सिस्टम से आप अपनी लोकेशन और ट्रेन की लोकेशन ट्रैक कर सकते हैं। ऐसी तकनीक का इस्तेमाल है कि तेजी से रफ्तार पकड़ती है और उतनी ही स्पीड में ब्रेक भी लगा सकती है।
यानी कि तेज स्पीड भी और समय रहते ब्रेक भी। इस वजह से जो एक जगह से दूसरी जगह की दूरी रहती है, उसको कवर करने में दूसरी ट्रेनों के मुकाबले काफी कम समय लगता है। इसके अलावा जिस तरह से मेट्रो में ऑटोमेटिक दरवाजे रहते हैं, यहां भी वही सुविधा है। जब तक दरवाजे बंद नहीं हो जाते, ट्रेन नहीं चलती, यानी कि यात्रियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रहता है।
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