रीवा, शिवम् पाठक। रीवा चोरहटा बायपास से मनगवां मार्ग पर रात दिन आरटीओ अधिकारी द्वारा अवैध वसूली का सिलसिला लगातार जारी है। पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। ट्रक वाहन मालिकों को जबरन परेशान किया जा रहा है। वही लगातार अवैध रेत के डंपर इस सड़क से निकल रहे हैं लेकिन आरटीओ अधिकारी इन पर कोई चलानी कार्रवाई नहीं करते क्योंकि उनसे इन्हें हर माह मोटी रकम मिलती है। आरटीओ नेम प्लेट का वाहन उपयोग करके आरटीओ के गुर्गे जगह-जगह रात-दिन सड़क पर खड़े होकर कागजात चेकिंग के बहाने मनमाने ढंग से राशि वसूली कर रहे हैं।
विगत दिनों सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा भी एक लेटर जारी करके प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अवगत कराया गया था कि मध्यप्रदेश के जिला रीवा में वाहन चेकिंग के नाम पर आरटीओ द्वारा अवैध वसूली की जा रही है और वह पूरी तरह सत्य साबित हो रही है। यहां आरटीओ अधिकारी अवैध वसूली करने में पीछे नहीं हट रहे हैं। जैसे कल की रात रीवा बायपास में ट्रकों को रोककर उनके गाड़ियों के कागजात चेक किए गए जो की सभी कागजात सही पाये जाने के बाद भी जबरन कागजात और ट्रक चालकों का मोबाइल जप्त करके पैसे वसूला जा रहा था और वहीं उनके साथ डंडों से मारपीट भी की जाती है।
यह मारपीट केबल वसूली के लिए ही की जाती है जिसको देखते हुए कल रात ट्रक संचालकों व ड्राइवरों ने रीवा बायपास रतहरा टोल प्लाजा में जाम लगा दिया गया था ट्रक संचालकों और ड्राइवरों कि केवल एक ही मांग है कि जब तक जिला कलेक्टर और जिले के पुलिस अधीक्षक मौके पर आकर समस्या का समाधान नहीं करेंगे तब तक ट्रक ड्राइवर संचालक जाम खोलने को तैयार नहीं थे जिसे कोतवाली थाना प्रभारी निरीछक आदित्य प्रताप सिंह व यातायात थाना प्रभारी सूबेदार अखिलेश कुशवाहा ने बड़ी सूझ बूझ से बायपास में लगा जाम को खुलवाया।
आपको बता दें यह अवैध वसूली का आरटीओ विभाग का गोरख धंधा वर्षों से चला आ रहा है जिसको लेकर पहले भी परिवहन मंत्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री तक शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है लेकिन फिर भी डंडे के दम पर आरटीओ मनीष त्रिपाठी के निजी गुर्गे अवैध वसूली कर रहे हैं जिससे आवागमन ट्रक संचालकों और ड्राइवरों ने आवागमन बाधित कर दिया था इस जाम से जहां कई एंबुलेंस बाधित थी और वहीं आमजन का निकलना मुश्किल रहा।
ऐसे आरटीओ अधिकारी के कारण पूरे मध्यप्रदेश का नाम खराब हो रहा है आखिर इसका जिम्मेदार कौन है।