इंदौर न्यूज़ (Indore News)

RUCHI GLOBAL SCAM : 20 करोड़ की सम्पत्ति शाहरा की, ईडी भी कोयला घोटाले में कर चुका है अटैच

 


इंदौर के रुचि शाहरा समूह का पुराना नाता रहा है आर्थिक गड़बडिय़ों से… पनामा पेपर्स लीक में भी उछला था नाम… अब 188 करोड़ का बैंक फ्रॉड
इंदौर। सीबीआई (CBI) ने अभी 188 करोड़ के बैंक फ्रॉड (Bank Fraud) के चलते देश में इंदौर सहित कई ठिकानों पर छापे मारे, जिसमें रुचि ग्लोबल प्रा.लि. (Ruchi Global Pvt Ltd) के कर्ताधर्ता उमेश शाहरा ( Umesh Shahra) सहित साकेत बरोदिया और आशुतोष मिश्रा शामिल रहे। यह भी उल्लेखनीय है कि ईडी कुछ वर्ष पूर्व 20 करोड़ रुपए से अधिक की उमेश शाहरा की सम्पत्तियों को कोयला घोटाले (Coal Scam) के चलते भी अटैच कर चुकी है। तब रुचि ग्रुप और रेवती सीमेंट (Revathi Cement) के डायरेक्टर उमेश शाहरा की धार के सेजवाया स्थित जमीन और सीमेंट कम्पनी की 26 हैक्टेयर से अधिक जमीन को अटैच किया था। हालांकि ईडी ने इस मामले में 49 करोड़ रुपए की सम्पत्तियों को अटैच किया था। पनामा पेपक लीक में भी शाहरा का नाम आ चुका है।


एक जमाने में इंदौर के चर्चित रुचि ग्रुप (Ruchi Group) को बड़ा प्रतिष्ठित माना जाता था और कैलाश शाहरा से लेकर उमेश शाहरा और अन्य की राजनीतिक पकड़ भी तगड़ी रही। रुचि ग्रुप तो बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की पतंजलि ने खरीद लिया, क्योंकि इस पर बैंकों का ही करोड़ों रुपया बकाया था। कई तरह की आर्थिक गड़बडिय़ों में शाहरा का नाम आता रहा है। रियल इस्टेट कारोबार (Real Estate Business)  में भी इस ग्रुप का तगड़ा दखल रहा है और रुचि लाइफस्टाइल ( Ruchi Lifestyle) से लेकर कई तरह के बड़े प्रोजेक्ट किए भी हैं और कुछ जमीनें प्राधिकरण की योजना में शामिल और गृह निर्माण संस्थाओं की भी खरीद रखी है। इतना ही नहीं पनामा पेपर लीक का मामला भी उजागर हुआ था, जिसमें विदेशों में सम्पत्ति होने की जानकारी सामने आई। पनामा की कम्पनियों और ट्रस्टों के माध्यम से लाभ लेने के मामले में सामने आए, जिन्होंने ट्रस्ट बनाकर देश से बाहर 8 कम्पनियां बनाकर उनसे कारोबार किया। इतना ही नहीं, जब 2007 से लेकर 2014 के लिए जो कॉल ब्लॉक आबंटन की जांच सीबीआई ने की और देश का चर्चित कोयला घोटाला सामने आया, जिसके चलते तत्कालीन कांग्रेस सरकार के भी फजीते हुए। इस मामले में भी सीबीआई ने जांच-पड़ताल के दौरान रुचि ग्रुप, रेवती सीमेंट का घोटाला भी पकड़ा और 20 करोड़ रुपए से अधिक सम्पत्ति प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने जब्त की। रुचि ग्रुप और रेवती सीमेंट प्रा.लि. के डायरेक्टर भी उमेश के. शाहरा ही थे। धार स्थित सेजवाया में 15 करोड़ 34 लाख की जमीन, रेवती सीमेंट कम्पनी की सतना जिले के गांव रघुराज नगर में 26 हैक्टेयर जमीन के साथ मेसर्स थेस गोरा कोल प्रा.लि. के खाते में जमा साढ़े 19 लाख रुपए भी शामिल थे। वहीं ईडी इसके पहले सतना में कम्पनी की 29 करोड़ रुपए से अधिक की सम्पत्तियों को अटैच कर भी चुकी थी। इस तरह कुल 49 करोड़ की सम्पत्तियों को अटैच ईडी ने किया। वहीं अभी 188 करोड़ रुपए का बैंक फ्रॉड भी सामने आया, जिसके चलते सीबीआई ने देश के 6 शहरों में छापे मारे और इंदौर में भी यह कार्रवाई की गई। इधर लॉकडाउन के कारण सीबीआई की जांच-पड़ताल भी रूकी हुई थी। सीबीआई ने इंदौर, बैंगलुर, मुंबई सहित आधा दर्जन स्थानों पर कल जो छापामारी की, उसमें इंदौर में रुचि ग्लोबल के डायरेक्टरों उमेश सहारा, साकेत बड़ोदिया और आशुतोष मिश्रा के ठिकाने भी शामिल रहे। बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल, जम्मू-कश्मीर और आईडीबीआई के साथ धोखाधड़ी की गई, जिसके चलते सीबीआई को प्रकरण फॉरेंसिक ऑडिट के बाद सौंपा गया। सूत्रों के मुताबिक इस छापामार कार्रवाई में जांच एजेंसी ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और जानकारियां जुटाई है। बैंकों के अधिकारी की भी इन घोटालों में मिलीभगत रही है। यह भी उल्लेखनीय है कि रुचि सोया पर 8323 करोड़ बैंक और वित्तीय संस्थाओं की बकाया रही है और 2018 में भी बैंकिंग फ्रॉड की शिकायत दर्ज की गई थी। इसी की सहयोगी कम्पनी रुचि ग्लोबल लिमिटेड रही है। मेटल, दालों से लेकर रियल इस्टेट के कारोबार में भी ये कम्पनियां संलग्न रही है। सूत्रों के मुताबिक कई बैंकों से इन कम्पनियों ने क्रेडिट फेसिलिटी भी हासिल की।

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