नई दिल्ली। यूक्रेन के विदेश मंत्री (Foreign Minister of Ukraine) ने जयशंकर (Jaishankar) से फोन पर बातचीत की जयशंकर ने ट्विटर पर यह जानकारी दी। जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, ‘यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा से फोन पर बातचीत हुई है। उन्होंने मौजूदा हालात के बारे में जानकारी साझा की, साथ ही मैंने इस बात पर जोर दिया कि भारत इस संकट से बाहर निकलने में कूटनीति और बातचीत का समर्थन करता है। विदेश मंत्री ने आगे कहा, भारतीय नागरिक और छात्रों को लेकर भी चर्चा हुई है और उनकी सुरक्षित वापसी के लिए यूक्रेन के समर्थन की सराहना करता हूं।
शुक्रवार को विदेश मंत्रालय ने पश्चिमी यूक्रेन के लीव और चेर्निवित्सी (Liv and Chernivtsi) शहरों में कैम्प कार्यालय तैयार किया ताकि वहां से भारतीयों को हंगरी, रोमानिया और पोलैंड के लिये ट्रांजिट सुविधा दी जा सके। रूसी हमले के बाद यूक्रेन सरकार ने अपना वायु क्षेत्र बंद कर दिया है। इस बीच ताजा अपडेट के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं. रूस जल्द ही एक डेलीगेशन भेजकर वार्ता कर सकता है. साथ ही यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय की ओर से दावा किया गया है कि जवाबी कार्रवाई में अब तक एक हजार से ज्यादा रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं।
देश में सियासत भी भारतीयों की यूक्रेन से वापसी के मुद्दे पर तेज हो गई है। कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि केंद्र की बीजेपी सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने में सक्षम नहीं है। इस सरकार के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति कमजोर हो गई है। उधर, दिल्ली स्थित रूसी दूतावास के बाहर प्रदर्शन किया गया जिसके बाद दूतावास की सुरक्षा बड़ा दी गई है।
भारत सरकार स्लोवाकिया, पोलैंड, हंगरी और रोमानिया के रास्ते भारतीयों की स्वदेश वापसी कर रही है. इसके लिए भारतीय नागरिक सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया सीमा पर पहुंच भी रहे हैं. सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इन नागरिकों को भारत सरकार के अधिकारी बुखारेस्ट ले जायेंगे ताकि उन्हें एअर इंडिया की उड़ानों के जरिए स्वदेश लाया जा सके।
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