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दो युवकों के झगड़े में जबरदस्त हिंसा, बमबाजी, आगजनी, पथराव से दहला संभाजीनगर

संभाजीनगर (Sambhajinagar)। महाराष्ट्र (Maharashtra) के संभाजीनगर (Sambhajinagar) के किराडपुरा में दो समुदायों (two communities) के बीच जबरदस्त हिंसा (Tremendous violence) हुई है. किराडपुरा (Kiradpura) में स्थित राम मंदिर (Ram Mandir) के बाहर रात 12:30 बजे दो नौजवानों के बीच छोटी सी अनबन हुई. इसके बाद कुछ लोग बड़ी तादाद में इकट्ठा हो गए. इसके बाद पथराव (stone pelting) शुरू हो गया. उपद्रवियों ने कई वाहनों में आग (vehicle fire) लगा दी. बदमाशों ने पुलिस के वाहनों को भी आग लगा दिया. इसके अलावा बमबाजी की घटना भी सामने आई है।

फिलहाल स्थिति पर पुलिस ने नियंत्रण कर लिया है और पूरे शहर में पुलिस का कड़ा बंदोबस्त है। पुलिस ने किराडपुरा इलाके में आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं. वाहनों में लगी आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां घटनास्थल पर भेजी गई हैं।


पुलिस के अनुसार ये मामला रात साढ़े 12 बजे का है. बताया जा रहा है कि संभाजीनगर में मंदिर के बाहर हिंसा की शुरूआत हुई. देखते ही देखते बड़ी संख्या में दोनों पक्षों के लोग इकट्ठा हो गए, और एक दूसरे पर हमला शुरू कर दिया. गाड़ियों को फूंक दिया. इस दौरान पथराव हुआ और बम भी फेंके गए. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात काबू में करने की कोशिश की. वहां अभी भी इलाके में तनाव है. हालात को देखते हुए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है।

 

हिंसा की घटना के बाद आगजनी वाली जगह पर कुछ मुस्लिम धर्मगुरु पहुंचे. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। इस दौरान स्थानीय सांसद इम्तियाज जलील खुद औरंगाबाद के किराडपुरा राम मंदिर में पहुंचे और उन्होंने बताया कि राम मंदिर में कोई भी मामला नहीं हुआ है. जो भी घटना हुई है वो राम मंदिर के बाहर ही हुई है।

संभाजीनगर के पुलिस अधिकारी सीपी का कहना है कि दो नौजवानों के बीच हुई घटना बड़े झगड़े में तब्दील हो गई. इसके बाद पत्थरबाजी शुरू हो गयी और पुलिस समेत कई वाहनों में आग लगा दी गई. पुलिस ने बल प्रयोग कर सभी को हटा दिया है और अभी फिलहाल शांति है. पुलिस ने सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

संभाजीनगर से आज सुबह की तस्वीरें आई है. इसमें पुलिसकर्मी हिंसा वाली जगह को साफ करते हुए दिख रहे हैं. फिलहाल शहर में शांति है लेकिन सड़क पर बहुत कम लोगों की आवाजाही देखी जा रही है।

औरंगाबाद का नाम बदलकर किया गया था छत्रपति संभाजीनगर
बता दें कि महाराष्ट्र की पूर्व की उद्धव ठाकरे सरकार ने औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर रख दिया था. इसे लेकर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस ग्रुप के बीच क्रेडिट वार भी चला था. AIMIM सांसद इम्तियाज जलील ने इस शहर का नाम बदलने का विरोध किया था।

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